रायबरेली से दीपक सिंह: हत्या का नामजद मुकदमा दर्ज है। लोगों में आक्रोश है। डीएम-एसपी की चौखट पर धरना-प्रदर्शन किया जा चुका है। लेकिन, आरोपी खोजे नहीं मिल रहे। मामला रसूखदारों से जुड़ा है। ऐसे में 72 घंटे बाद भी कोई नतीजा नहीं निकला। सीसी फुटेज भी दो दिन बाद देखे जा सके। रवी सिंह को बुलेट से निकलने की क्लिप दिखाई पड़ने की सुगबुगाहट तो है कितु उसके पीछे इनोवा दौड़ी या नहीं इसे राज रखा गया है। बड़े अफसर की निगरानी तले मातहत कितना संजीदा हैं, इस घटना का खुलासा उसका प्रमाण बनेगा। फिलहाल मामले में मीटिग दर-मीटिग की भी बातें भी सामने आ रही हैं।
डीफार्मा के छात्र आदित्य उर्फ रवी सिंह की हत्या के मामले में पुलिस की चार टीमें लगाई गई हैं। सोमू ढाबा के मालिक व स्टाफ की तलाश की जा रही है। पांच संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेने की चर्चा है। सीसी फुटेज भी खंगाला जा रहा है। उधर, छात्र को न्याय दिलाने के लिए राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना ने भी मोर्चा खोल दिया है।
नौ अगस्त की रात ढाबा में खाना खाने को लेकर विवाद हुआ था। 10 अगस्त की सुबह छात्र आदित्य का शव रायबरेली-महराजगंज मार्ग पर गढ़ी खास के पास पड़ा मिला था। इस मामले में सोमू ढाबा के मालिक सुरेश यादव व उनके स्टाफ के खिलाफ हत्या करने और साक्ष्य मिटाने का मुकदमा लिखा गया था। इसी मामले में शुक्रवार को पीड़ित के परिजन व उसके गांव सिकंदरपुर, महराजगंज से सैकड़ों लोग डीएम और एसपी से मिले थे। जिसके बाद पुलिस ने तेजी दिखानी शुरू की। हालांकि मुख्य आरोपित का अभी तक सुराग नहीं लग सका है। स्टाफ के पांच लोगों से पूछताछ की जा रही है, ऐसी जानकारी मिली है। मगर, कोई अधिकारी इस बात की पुष्टि नहीं कर रहा है।
पुलिस अधिकारियों ने इस संगीन मामले की जांच हरचंदपुर व महराजगंज पुलिस को सौंपी है। सर्विलांस व स्वाट टीम को भी आरोपितों की गिरफ्तारी में लगाया गया है। सीसी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। ये भी बताया गया कि उस रात आदित्य की बुलेट से निकला था। लेकिन, पीछे इनोवा गई थी या नहीं, इसे गुप्त रखा गया है।