आशुतोष गुप्ता, रायबरेली: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को दुनिया भर में मनाया जाता है। महिलाएं समाज में, राजनीति में और अर्थशास्त्र में कहाँ तक पहुँची हैं, इसके जश्न के तौर पर इंटरनेशनल वीमेंस डे का आयोजन होता है। संयुक्त राष्ट्र ने 1996 में पहली बार इसके आयोजन में एक थीम को अपनाया, वह थीम थी – ‘अतीत का जश्न मनाओ, भविष्य की योजना बनाओ।
आज ऐसा कोई क्षेत्र नहीं बचा है जहां पर महिलाओं की अहम भूमिका न हो। अपने सामने पड़ने वाली हर बाधा को पार करते हुए आगे बढ़ रही है। आज एक ऐसी नारी की कहानी बताएंगे जो की न सिर्फ एक कामकाजी महिला के साथ साथ कुशल गृहणी भी है। बात करेंगे रायबरेली जिले की बड़ौदा यूपी बैंक की कनहा शाखा में शाखा प्रबंधक के पद पर तैनात हर्षिता शुक्ला की जिन्हे अभी हाल ही में वित्तीय मामलों में उत्कृष्ट कार्य के लिए दो बार प्रशस्ति पत्र से नवाजा गया है।
द फ्रीडम न्यूज से खास बातचीत में बताया कि उनकी प्राथमिकता उनका काम है। अपने संस्थान को नई ऊंचाई तक ले जाना। आपके काम को मिलने वाला प्रशस्ति पत्र आपको और आगे बढ़ने के लिए ऊर्जा देता है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर खास उन्होंने कहा कि एक नारी होना उनके लिए बहुत गर्व की बात और उससे ज्यादा गर्व की बात मेरे पास एक बेटी होना। आज का दौर बहुत बदल गया है, पहले लड़कियों का पढ़ना या नौकरी करना स्वयं में युद्ध लड़ना जैसा था, लेकिन आज लड़कियां हर जगह अपना नाम रोशन कर रही हैं। मेरा आज द फ्रीडम न्यूज के मंच से उस हर नारी से बस यही कहना है कि तुमको रुकना नही जब तक तुमको तुम्हारी मंजिल नहीं मिल जाती चाहे रास्ते में कितनी भी रूकावटे हों।