होली का त्योहार पूरे देश में इतनी धूम-धाम से मनाया जाता है. श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा में भी इस रंगोत्सव का जोश इतना ज्यादा होता है कि आप वहां जाएंगे तो लगेगा किसी अलग ही दुनिया में आ गए हैं. यहां की होली की एक और खासियत है. दरअसल, सालों से यहां पर भला आश्रय सदनों में रहने वाली विधवाएं कृष्ण की भक्ति में लीन होकर गुलाल और फूलों से होली मनाती हैं. हालांकि, कोरोना महामारी की वजह से कुछ सालों से इस जश्न पर विराम लगा था, लेकिन इस सा फिर से वृंदावन में धूम मचाई गई.
होली पर इन विधवाओं को रंग खेलते देख आपको एहसास होगा कि ये अपना दुख और दर्द छोड़कर कैसे अपने आराध्य की भक्ति में लीन हैं और इसी में खुशी का अनुभव करती हैं. जानकारी के मुताबिक, कई क्विंटल फूलों के साथ सैकड़ों किलो गुलाल यहां मंगाए जाते हैं, ताकि होली का त्योहार मनाया जा सके.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राधा गोपीनाथ मंदिर के प्रांगण में इस दिव्य उत्सव का आयोजन हुआ. कहा जा रहा है कि होली में विधवा माताओं की भागीदारी उस रूढ़िवादी परंपरा पर विराम लगाती है, जो उन्हें सफेद साड़ी पहनने पर मजबूर करती है.