रायबरेली: जैसे जैसे मौसम का तापमान बढ़ रहा है लोगों के साथ बेजुबान जानवरों के हलक भी सूख रहे हैं। कड़ाके की गर्मी में रायबरेली के सरेनी में लोगों को पानी की अत्याधिक कमी सहनी पड़ रही है। पानी की कमी इक्का-दुक्का जगह सीमित नहीं है बल्कि पूरे क्षेत्र में व्यापक होने के साथ ही और ज्यादा गंभीर होती जा रही है। सही मायनों में कहा जाए तो लगभग सभी जनप्रतिनिधि जनता के प्रति आवश्यक कार्यों में तत्परता ना दिखाते हुए जनता की समस्याओं को नजरअंदाज कर रहे हैं। जल निगम विभाग के द्वारा लगाए गए अधिकांश हैंडपंप ने पानी देने से मुंह मोड़ लिया है।गर्मी बढ़ने के साथ ही जल स्तर नीचे खिसक रहा है।
बात हो रही है फिलहाल ब्लॉक सरेनी क्षेत्र के ग्राम सभा दरियापुर स्थित ग्राम चकगोर पोस्ट छिवलहा की। जहां इस समय चिलचिलाती और भयानक उमस भरी गर्मी में सरकारी नल ठेंगा दिखा रहा है। जो इस जानलेवा गर्मी में खराब पडा है। इस हैंडपंप से लगभग 5 महीनों से पानी नहीं निकल रहा है। इस हैंडपंप से शीतल जल आखिर कब निकलेगा।
ग्राम प्रधान बेखबर
जिम्मेदार गांव के मुखिया बने ग्राम प्रधान जो कि बराबर इसी कार्यक्षेत्र से गुजरते रहते हैं लेकिन उनको कुछ दिखाई नहीं देता है। उनको ग्रामीणों की यह जटिल समस्या का जरा सा भी एहसास नहीं है। सूत्रों की मानें तो पानी जैसी जटिल समस्या से जूझ रहे ग्रामीणों द्वारा ग्राम प्रधान को कई बार अवगत कराया जा चुका है लेकिन ग्राम प्रधान इसे नजरअंदाज करते चले आ रहे हैं। जिम्मेदार ग्राम प्रधान को इन ग्रामीणों पर जरा सा भी रहम नहीं आया। इस भीषण उमस भरी गर्मी में यदि ग्रामीण जनता को हैंडपंप से पानी ना मिले तो जनता का क्या हाल होगा इसका अभी तक किसी ने शायद अनुमान नहीं लगाया होगा। हैंडपंप सिर्फ शो पीस बनकर रह गया है और संबंधित अधिकारी और कर्मचारी इस पर से बाज नहीं आ रहें हैं। अब इनको ना तो किसी का डर है और ना ही किसी कानूनी कार्यवाही का खौफ है। यह कहना कदापि गलत नहीं होगा कि वर्तमान सरकार का जो नारा है “सबका साथ सबका विकास” सिर्फ सपना बनकर रह गया है।