नशे ने पंजाब की युवा पीढ़ी को गहरी गर्त में धकेल दिया है। युवतियां भी इसकी चपेट में आकर जुर्म की दुनिया में कदम रख रही हैं। चिट्टे के नशे की लत पूरी करने और ऐशोआराम की जिंदगी जीने के लिए ब्यूटी पार्लर में काम करने वाली दसवीं पास काजल ‘डान’ बन बैठी। बैंक लुटेरों की सरगना। उसने अपने गिरोह के साथ मिलकर तीन महीने में अमृतसर और तरनतारन में एक के बाद एक 8 बैंकों से करीब 80 लाख रुपये लूट डाले। हालांकि मंगलवार को वह अपने दो साथियों- कुलविंदर सिंह उर्फ मदर और गुरप्रीत सिंह उर्फ गोरा के साथ पुलिस के हत्थे चढ़ गई। काजल, गुरप्रीत और कुलविंदर लूट के पैसे से मंहगे होटलों में रहते थे और ब्रांडेड कपड़ों के शौकीन हैं।
बटाला रोड, सुंदर नगर की रहने वाली काजल अपने दोनों साथियों के साथ कार में मानावाला में बैंक लूटने निकली थी। इसकी भनक लगने पर पुलिस ने नाकाबंदी कर दी। रुकने का इशारा किया तो उनमें से एक ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। पुलिस ने बचाव की कोशिश की तो तीनों जालंधर की तरफ भाग निकले। इसके बाद पुलिस ने लगभग 18 किमी पीछा कर टांगरा के पास तीनों को काबू कर लिया। पुलिस ने पूछताछ के बाद उसकी गैंग के पांच और सदस्यों को भी गिरफ्तार कर लिया। उनसे 28 लाख की नकदी, 4 पिस्टल, एक राइफल, चार तेजधार दातर, दो बाइक और एक कार बरामद हुई है।
एसएसपी (देहात) दीपक हिलोरी ने बताया कि काजल और उसके दोनों साथियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने गिरोह से जुड़े काजल के प्रेमी मजीठा के रहने वाले राकेश कुमार उर्फ विक्की, मक्खी कलां निवासी विजय, संदीप कुमार उर्फ काका, तरनतारन स्थित भैणी बासरके गांव निवासी मंजीत सिंह उर्फ सोनू, दासूवाल के रहने वाले कृष्णप्रीत सिंह को भी काबू कर लिया।
पूछताछ में गिरोह के सदस्यों ने बताया कि वह पिछले तीन महीने में कुल आठ बैंकों से 75 से 80 लाख रुपये लूट चुके हैं। इसके अलावा वह कार, बाइक और राह जाते लोगों को भी कई बार लूटते थे। इंस्पेक्टर अमनदीप सिंह ने बताया कि आठों आरोपितों को बुधवार की शाम कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने उन्हें तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है।
एसएसपी के अनुसार पूछताछ में काजल ने बताया कि बैंक में वारदात से पहले वह खुद रेकी करती थी। अक्सर वारदात का समय तीन बजे के बाद होता था। जिस बैंक का गार्ड सुस्त होता था और जहां पुलिस दूर-दूर तक नहीं दिखाई देती थी, उस बैंक को वह टारगेट पर लेते थे।
सैलून में काम करते लगी चिट्टे की लत
काजल कुछ साल पहले गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के सामने एक सैलून पर नौकरी करती थी। उसे चिट्टे की लत वहां एक लड़की ने लगाई थी। वह दिन में पांच ग्राम चिट्टे का सेवन करती है। नशा करने के बाद वह लूट की वारदात को अंजाम देती थी।