विभोर मिश्रा, लखनऊ: कोरोना में अपने माता-पिता को खोने वाले छात्र-छात्राओं के लिए लखनऊ विश्वविद्यालय की अपील रंग लाई है। अब तक 48 विद्यार्थियों को गोद लेकर उनकी जिम्मेदारी उठाने के लिए 39 शिक्षक, छह पूर्व शिक्षक व तीन प्रशासनिक अधिकारी आगे आए हैं। इन छात्रों को गोद लेने वालों में उप मुख्यमंत्री एवं लविवि के कामर्स विभाग के शिक्षक डा. दिनेश शर्मा, विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय भी शामिल हैं।
विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डा. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि उप मुख्यमंत्री ने एमकाम की छात्रा सुनिधि श्रीवास्तव तथा कुलपति ने बीबीए की छात्रा दीक्षा अग्रवाल को गोद लिया है। लाभांवित छात्रों में से एक छात्रा ज्योति यादव है, जिसने इस महामारी में अपने पिता को खोया। ज्योति को विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ने ई-मेल के जरिए संपर्क किया और उनके दुख में भागीदार होते हुए उन्हें सभी प्रकार के सहायता एवं सहयोग देने का वादा किया।
ज्योति ने सोशल मीडिया पर उन्हें धन्यवाद दिया। गौरतलब है कि विश्वविद्यालय की छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रोफेसर पूनम टंडन ने 19 जून को विश्वविद्यालय के सभी अध्यापकों, पूर्व अध्यापकों, प्रशासनिक अधिकारियों से एक पत्र के जरिए अपील की थी कि वे कोरोना महामारी के चलते अपने माता या पिता या दोनों को खोने वाले विश्वविद्यालय के छात्रों की जिम्मेदारी लेने के लिए आगे आएं।