Manoj Chauhan, The Freedom News, Lucknow: दिल्ली के निजामुद्दीन क्षेत्र में हुए तब्लीगी जमात में बस्ती-संतकबीर नगर के 18 लोग शामिल हुए थे। लौटने के बाद ये सभी बस्ती के रुधौली कस्बे में छिपे हुए थे। मंगलवार की शाम पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 17 व्यक्तियों को एक मकान से ढूंढ निकाला। इनमें छह संतकबीर नगर के हैं। बस्ती के मुरलीजोत के भी एक व्यक्ति के जमात में शामिल होने की सूचना है। स्वास्थ्य विभाग की टीम उसे भी ढूंढ रही है। बस्ती, संतकबीर नगर के अलावा गोरखपुर और महराजगंज में भी मरकज लौटे लोग पकड़़े गए हैं।
जांच के लिए नमूना लेने का किया विरोध
बस्ती कस्बे में अल्पसंख्यक समुदाय के एक घर के मुखिया के जमात से लौटने की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच को पहुंची तो घर के भीतर कुल 17 लोग मौजूद मिले। टीम ने मुखिया को बाहर बुलाकर नमूना देने की बात कही तो उसने इन्कार कर दिया। इतना ही नहीं घर की महिलाएं विरोध करने लगीं। टीम ने यह जानकारी एसडीएम और थानेदार को दी तो थोड़ी ही देर में दोनों वहां पुलिस बल के साथ पहुंच गए। सभी 17 लोगों को लेकर बस्ती पहुंचे। एसडीएम नीरज प्रसाद पटेल ने बताया कि रुधौली कस्बा निवासी आबिद अली के दिल्ली जमात से लौटने की सूचना पर टीम मौके पर गई थी। वहां मिले आबिद अली, नौशाद अहमद, सदर अब्दुल कादिर, अब्दुल्लाह, जुल्फिकार, मसूद अहमद, राजिया खातून, रेहाना खातून, अब्दुल करीम, अब्दुल रहीम, अब्दुल्लाह, साबिर, जाबिर, अब्दुल हसन सहित सभी 17 लोगों को कोरोना जांच व आइसोलेशन के लिए जिला मुख्यालय के कैली अस्पताल भेजा गया है।
उधर, महराजगंज जिले के पुरंदरपुर क्षेत्र के मदरहा ककटही गांव के ईटहिया मस्जिद में फिरोजाबाद के 14 मौलवियों के पहुंचने से हड़कंप मच गया है । दिल्ली के तब्लीगी जमात के मरकज को याद कर लोग सहम गए हैं। जांच में पता चला कि दो माह से यह लोग प्रदेश के विभिन्न जगहों से होकर यहां पहुंचे थे। बृजमनगंज के बहदुरी मस्जिद में रुकने के बाद सामने आई है। लॉकडाउन के दौरान यह लोग लंबे समय से क्षेत्र में रहे। ठिकाना भी बदले, लेकिन एलआइयू को भनक तक नहीं लग पाई। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी अब इस प्रकरण पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं। मस्जिद में लोगों को नजरबंद कर पुलिस का पहरा लगा दिया गया है।