अजय सिंह, इंदौर: राजस्थान से मंदसौर होते हुए टिड्डियों का दल मंगलवार शाम उज्जैन जिले में आ पहुंचा। रात में टिड्डी दल ने पानबिहार के रनाहेड़ा गांव में डेरा जमा लिया। टिड्डियों की संख्या इतनी अधिक थी कि करीब 12 वर्ग किमी क्षेत्र ढंक गया। इनसे फसलों को बचाने के लिए किसानों ने तेज आवाजें निकालीं। मशाल जलाकर झुंड के पीछे भी दौड़े।
बुधवार सुबह 4 बजे कीटनाशक स्प्रे कर टिड्डी दल को मारने की रूपरेखा बनाई गई। केंद्रीय टिड्डी नियंत्रण दल ने 9 स्प्रे गाड़ियां, फायर ब्रिगेड की 5 गाड़ियां, 11 ट्रैक्टर स्प्रे पंप से चारों ओर स्प्रे करवाया। इससे सुबह 8 बजे तक हजारों टिड्डियां खत्म हो गईं।
मंदसौर-नीमच में फिर सक्रिय नीमच जिले में बुधवार को टिड्डी दल फिर पहुंच गया। पहला दल जावद के हनुमंतिया, गुर्जर खेड़ी, खोर, नयागांव, केशरपुरा, कानका, सगराना होता हुआ नीमच पहुंचा। दूसरा कनावटी से सक्रिय हो गया। कृषि विभाग का कहना है कि मरूस्थल में 9 टिड्डी दल और सक्रिय हो रहे हैं।
टिड्डियां जीरन तहसील के बरखेड़ा गुर्जर, अरनिया बोराना, सकरानी जागीर, धौकलखेड़ा, कुचड़ौद गांवों के आसपास पहुंच चुकी हैं। इन्हें खदेड़ने के लिए किसानों ने आग जलाई और आवाजें की। मंदसौर में राजस्थान तरफ से टिड्डियों ने एक बार फिर धावा बोला। टिड्डी दल मल्हारगढ़ तहसील में घुसा और देखते-देखते भैसाखेड़ा, निनोरा, खोखरा, अमरपुरा पहुंचा गया। यहां किसानों ने ढोल, डीजे, बजाकर दल को भगाया।