ब्यूरो रिपोर्ट: कोरोना महामारी के चलते देश में शिक्षा व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए सरकार ने ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से छात्र-छात्राओं तक शिक्षा पहुंचाने का प्रयास किया है। देश में कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन के चलते विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों में नए सत्र में प्रवेश कार्यक्रम एवं शिक्षा व्यवस्था अस्त-व्यस्त के चलते दिल्ली विश्वविद्यालय के कमला नेहरू कॉलेज में समय का सदुपयोग करते हुए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के साथ 20 दिवसीय कार्यशाला को सफलतापूर्वक संपन्न किया।
यह कार्यशाला कमला नेहरू कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय मेंटर कॉलेज फॉर परामर्श योजना के तहत विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने 27 जुलाई से 15 अगस्त तक एक श्रंखलाबद्ध तरीके से संपन्न किया गया। इस कार्यशाला में मेंटर इंस्टीट्यूशन, कमला नेहरू कॉलेज और मेंटी इंस्टीट्यूशन इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ डिजाइन एंड क्राफ्ट जयपुर के प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक सहयोगी कार्यशालाओं में भाग लिया।
सहयोगी कार्यशाला का आयोजन कमला नेहरू कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ कल्पना भाकुनी के तत्वाधान में शुरू किया गया| कार्यशाला में भारतीय संस्कृति एवं स्थापत्य कला जुड़ी हुई कलाओं का जैसे मधुबनी कला, सुलेख, लैंडस्केप पेंटिंग और फैशन स्टाइलिंग के चार खंड थे। IICD ने डिजाइन और शिल्प में विशेषज्ञता प्राप्त विद्वानों को कार्यशाला के माध्यम से लोगों को समझाने का प्रयास किया, जबकि कमला नेहरू कॉलेज में परामर्श के तहत कार्यक्रम का संचालन किया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य छात्रों और शिक्षकों के बीच कौशल वृद्धि, कलाकारों का सशक्तिकरण और Covid19 के दौरान छात्रों और कर्मचारियों की चिंता और मानसिक तनाव को प्रभावी ढंग से कम करने का प्रयास किया है।
डॉ कल्पना भाकुनी ने बताया कि इस कार्यशाला के माध्यम से लोगों ने उत्साहपूर्वक भारतीय सांस्कृतिक कलाओं को सीखा है, जो कि आने वाले समय में शोधार्थियों के लिए एक नए शोध के द्वार खोलेगा| कार्यशाला को सफल बनाने में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष तौर पर योगदान देने वाले सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया और कहां की भागीदारी निभाने वाले सभी प्रतिभागियों को संस्थान द्वारा संयुक्त रूप से प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।