शुभम गावंकर, मुंबई: महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 63294 नए मामले सामने आए, 34008 रिकवर हुए और 349 मौतें हुईं हैं। मुंबई में 9989 नए मामले सामने आए और 58 मौतें हुईं हैं। प्रदेश में कुल मामले 34,07,245 हैं। कुल 27,82,161 रिकवर हुए हैं। कोरोना से अब तक 57,987 की जान जा चुकी है। सक्रिय मामले 5,65,587 हैं।
उद्धव ठाकरे ने टास्क फोर्स के साथ की बैठक
इधर, सीएम उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर रविवार को टास्क फोर्स के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की। इस दौरान ऑक्सीजन और बेड की उपलब्धता, रेमेडिसविर का उपयोग, उपचार प्रोटोकॉल, सुविधाओं की क्षमता में वृद्धि, प्रतिबंध लगाने और सीओवीआर प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने पर जुर्माना लगाने पर चर्चा की गई। बैठक में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे, चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान निदेशालय के निदेशक डॉ टीपी लहाणे, कार्यबल के प्रमुख डॉ संजय व अन्य लोगों के साथ उद्धव ठाकरे ने चर्चा की। यह जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय ने दी।
सभी लोग लॉकडाउन के पक्ष में
इधर, महाराष्ट्र के मंत्री असलम शेख ने कहा कि की बैठक में कुछ लोगों ने कहा कि दो सप्ताह के लिए लॉकडाउन लगाया जाना चाहिए, कुछ तीन सप्ताह के लॉकडाउन के पक्ष में रहे। सोमवार को फिर बैठक होगी। बैठक में राज्य में लॉकडाउन लागू करने का विचार सभी का रहा। एसओपी और दिशानिर्देशों पर चर्चा की जाएगी।
मुंबई में कोरोना के 9989 नए मामले और 58 मौतें
मुंबई में रविवार को कोरोना के 9989 नए मामले सामने आए और 58 मौतें हुईं हैं।
नागपुर में कोरोना के 7201 नए मामले और 63 मौतें
नागपुर में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 7201 नए मामले सामने आए और 63 मौतें हुईं हैं। 3,240 रिकवर हुए हैं।
यहां कुल मामले 2,78,556 हैं। कुल 2,17,313 रिकवर हुए। सक्रिय मामले 55,474 हैं। कोरोना से 5,769 की जान जा चुकी है।
शनिवार को उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्य में कोरोना की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए लॉकडाउन के सिवाय दूसरा कोई विकल्प नहीं दिख रहा है। वहीं, नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फड़नवीस ने लॉक डाउन का विरोध करते हुए कहा इससे लोगों की परेशानी बढ़ सकती है और विरोध में लोग सड़क पर उतर सकते हैं। रविवार को सरकार कम से कम 15 दिन के लॉकडाउन का निर्णय कर सकती है। मुख्यमंत्री ने राज्य में कोरोना की बिगड़ती स्थिति पर विचार-विमर्श के लिए शनिवार शाम सर्वदलीय बैठक बुलाई थी।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई इस बैठक में सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी के सभी प्रमुख नेताओं के अलावा नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडनवीस व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल भी शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए कठिन निर्णय लेने का वक्त आ गया है। अब लॉकडाउन के सिवाय कोई और विकल्प नहीं दिख रहा है। राज्य में कम से कम 15 दिन के लॉकडाउन का निर्णय किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना की चेन तोड़ने के लिए दूसरे देशों ने भी लॉकडाउन का विकल्प अपनाया है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने बयान जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री ने बैठक में भरोसा दिलाया कि सरकार गरीबों, मजदूरों और दैनिक वेतन भोगियों को होने वाली परेशानियों को दूर करेगी। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक चह्वाण ने भी सुझाव दिया कि सख्त पाबंदियां लगाते समय जरूरतमंद वर्ग का ख्याल रखा जाना चाहिए। साथ ही, सरकार द्वारा लिए गए निर्णय को जनता तक ठीक से पहुंचाया जाना चाहिए, ताकि भ्रम की स्थिति से बचा जा सके।