नई दिल्ली: सरकार की उपलब्धियों और सरकार को घेरने में केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली और कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्विटर पर बहस छेड़ दी। जेटली ने टिप्पणी किया कि ‘भारत दुनिया की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन गया है।’ टिप्पणी की कांग्रेस ने गुरुवार को कड़ी आलोचना की और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार की विकास दर चार साल के निचले स्तर पर है। जेटली और सुरजेवाला में इसे लेकर ट्विटर पर गरमागरमी हुई. इससे एक दिन पहले मंत्री ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा था कि कांग्रेस ज्यादा से ज्यादा ‘विचारधारा विहीन’ होती जा रही है और “मोदी-विरोध ही इसकी एकमात्र विचारधारा है। ”
@rssurjewala – this is a political discourse. Abuse is not the answer. Please respond to the facts.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) June 14, 2018
सुरजेवाला ने इसके जवाब में लिखा कि जेटली की पार्टी (भारतीय जनता पार्टी) ‘एजेंडा-विहीन’ और ‘उपलब्धि-विहीन’ बन रही है। जेटली ने गुरुवार की सुबह ट्वीट किया, “(सुरजेवाला), यह एक राजनीतिक बातचीत है, दुर्व्यवहार इसका जवाब नहीं है. कृपया तथ्यों के साथ बात करें।”
Shri Arun Jaitley’s wasteful blogs are a clear case of finding lost political relevance by churning unadulterated lies!
Has BJP & Shri Jailtey become ‘Agenda-Less’, ‘Achievement-Less’ & ‘Argument-Less’ ?
People of India are fed up with 'Modi-nomics & Jaitley-nomics'
Statement- pic.twitter.com/XYtXLDvisr
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) June 13, 2018
.@arunjaitley ji, Growth under Modi Govt is at 4 year low, Exports are in free fall, promise of 2 Cr Jobs is a 'Jumla',NPA's are soaring to ₹10 Lakh Cr,Investment is down,Banks are paralysed & 'Loot Scams' a norm,GST flawed,Schemes failing!
Isn't this Economic Mismanagement? https://t.co/csfQ5Ueyyw
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) June 14, 2018
इस ट्वीट के जवाब में सुरजेवाला ने कहा, “(जेटली) जी, जब आप तथ्यों को विकृत करके, कांग्रेस नेतृत्व, यहां तक कि सर्वोच्च न्यायालय और कई अन्य के साथ दुव्यर्वहार करते हैं और फटकारते हैं तो यह आपके लिए ‘राजनीतिक बातचीत’ होती है। लेकिन जब आपको अकाट्य तथ्यों के साथ ‘सच का आईना’ दिखाया जाता है, तो आप ‘आपे से बाहर’ हो जाते हैं और इसे ‘दुर्व्यवहार’ कहते हैं, यह सुविधा की राजनीति है।”