विभोर मिश्रा, लखनऊ: किसी ट्रेन हादसे के समय घटना स्थल पर कम समय मे राहत पहुंचाने के लिए उत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल में अब जल्द रेल कम रोड व्हीकल (आरआरवी) पटरी साथ सड़क पर दौड़ती नजर आएगी। शनिवार को रेलवे ने अमौसी से मानकनगर के बीच इसका ट्रायल भी किया।
पटरी पर दौड़ रही आरआरवी पांच मिनट से भी कम समय लेकर सड़क पर आसानी से दौड़ने लगी। आरआरवी जर्मनी में बना वाहन है जिसमें क्रेन सहित दुर्घटना राहत से जुड़े कई अहम उपकरण होते हैं। यह वाहन पटरी पर 80 किलोमीटर प्रति घंटा दौड़ सकता है। यदि पटरी पर कोई बाधा हो तो वाहन सड़क पर आ जाता है।।इसमें लगे टायर सड़क पर इसको 60 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से दौड़ा सकते हैं। मंडल के संरक्षा विभाग ने आपरेटिंग, मैकेनिकल और इंजीनियरिंग विभाग के पर्यवेक्षकों से इसका ट्रायल कराया। ट्रायल के दौरान इंजीनियरिंग विभाग की ओर से रेल पथ निरीक्षक, आपरेटिंग की ओर से यातायात निरीक्षक और यांत्रिक विभाग की तरफ से सीनियर सेक्शन इंजीनियर की मौजूदगी में सफल ट्रायल हुआ।
करीब सात साल पहले रेलवे बोर्ड ने सभी रेल मण्डल के लिए एक आरआरवी की आपूर्ति की थी।।लखनऊ में यह आरआरवी कई साल तक आरडीएसओ ट्रायल के इंतजार में खड़ी रही। पिछले साल आरडीएसओ के ट्रायल प्रोग्राम में आरआरवी भी शामिल कर ली गई। कई रेल खंड पर आरआरवी का ट्रायल किया गया। जो कि सफल रहा। अब लखनऊ रेल मंडल में जल्द ही आरआरवी का इस्तेमाल शुरू हो सकेगा। इसके लिए रेलवे कुशल कर्मचारियों की भी तैनाती करेगा। इसके लिए उनको प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।