आदित्य सिंह, रायबरेली: अधिकारी और आरोपी का गठबंधन बेहद नायाब होता है। जिन कंधों पर लोगों की सहूलियत की जिम्मेदारी होती है वही आरोपियों को गोद में बिठाये घूम रहे हैं। कई दिन बीतने के बाद भ्रष्टता की राह पर चलते हुए नगर पंचायत डलमऊ ना तो उखड़े हुए स्वामी बद्री नारायण गिरि मार्ग को बनवा पा रही है ना सड़क तोड़ने आरोपी स्वामी जी के खिलाफ कुछ एक्शन ले पा रही है।
उस मार्ग से गुजरने वाले राहगीर, वाहन चालक भरी गर्मी में 5 किलोमीटर का चक्कर काट कर रास्ता तय कर रहे हैं। लेकिन नगर पंचायत डलमऊ के जिम्मेदार वातानुकूलित दफ्तरों में बैठकर गर्मी का आनंद ले रहे हैं। वायरल वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि सड़क कौन उखाड़ रहा है लेकिन अधिशाषी अधिकारी आरती श्रीवास्तव आंखों में पट्टी बांध करे आरोपी खोज रही हैं, सांठ गांठ नीति के तहत ही अज्ञात लोगों पर FIR करके इतिश्री करते हुए बाकी सड़क तोड़े जाने का इंतजार कर रही हैं।
नगर पंचायत के चुने हुए सभासदों के विरोध के बावजूद नगर पंचायत ने कोई कदम नहीं उठाया। स्थानीय निवासी और उस रोड से गुजरने वाली एंबुलेंस, स्कूल वाहन, स्कूली बच्चे, श्रमिक और हजारों लोग इस उखाड़ी गयी सड़क की वजह से परेशान हैं। कुछ लोगों का अंदेशा है कि नगर पंचायत इस उखाड़ी सड़क बनवाने की बजाय स्वामी जी के निजी स्वार्थ के चलते इसको बंद करने या इसकी चौड़ाई कम करने के फिराक में है।
क्या बोली अधिशाषी अधिकारी-
डलमऊ नगर पंचायत की EO आरती श्रीवास्तव ने द फ्रीडम न्यूज को बताया कि सड़क को जल्दी बनवाया जाएगा, लेकिन कब यह नहीं पता। आरोपियों पर कार्यवाई करने के नाम पर वही रटा रटाया जवाब कि मैने तो कोई वीडियो देखा नहीं।
बरहाल नगर पंचायत और स्वामी जी के इस नायाब ताल मेल से सरकारी धन का दुरुपयोग तो हुआ ही है इसके अलावा नगर पंचायत के निवासी इस महत्वपूर्ण सड़क के उखाड़े जाने से परेशान हो रहे हैं।