लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल और उनके परिवार के अंदर कुछ ठीक नहीं चल रहा है। अब तक राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को लेकर हमला बोलने वाले तेजप्रताप यादव ने अब भाई तेजस्वी यादव के रणनीतिकार संजय यादव पर सीधा हमला बोला है, जिससे लालू यादव के दोनों बेटों तेज प्रताप यादव और तेजस्वी के बीच कुछ ठीक नहीं होने की चर्चाएं तेज हो गई हैं।
तेज प्रताप ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि “जिस प्रवासी सलाहकार के इशारो पे पार्टी चल रही वो हरियाणा में अपने परिवार से किसी को सरपंच नहीं बनवा सकता, वो ख़ाक मेरे अर्जुन को मुख्यमंत्री बनाएगा। वो प्रवासी सलाहकार सिर्फ लालू परिवार और राजद में मतभेद पैदा कर सकता है।”
संजय यादव मूल रूप से हरियाणा के नांगल सिरोही गांव के रहने वाले हैं। 37 वर्षीय संजय यादव वर्तमान में तेजस्वी यादव के राजनीतिक सलाहकार है और रिश्तेदार भी हैं। संजय यादव की तेजस्वी यादव से पहली बार दिल्ली में वर्ष 2010 में मुलाकात हुई थी। इसके बाद तेजस्वी यादव और संजय यादव की दोस्ती मजबूत हुई। संजय यादव के काम से प्रभावित होकर तेजस्वी ने उन्हें अपना राजनीतिक सलाहकार बना लिया।
पिछले साल संपन्न हुए बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में संजय यादव ही थे जिन्होंने अपनी रणनीति से लालू यादव की कमी खलने नहीं दी। आरजेडी के पोस्टर से लालू का गायब होना और सिर्फ तेजस्वी यादव की तस्वीर लगाने का फैसला हो या फिर लालू-राबड़ी के शासनकाल को लेकर माफी मांगने वाली बात, दिमाग संजय यादव का ही थी। हालांकि इसे लेकर जेडीयू-बीजेपी ने ताबड़तोड़ तेजस्वी पर हमला बोला, लेकिन पार्टी अपने स्टैंड पर कायम रही। जिसके नतीजे स्वरूप राजद बिहार में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर कर सामने आई।