नज़रिया

कूड़ा बीनने वाली महिला बनी सिटिज़न जर्नलिस्ट!

कूड़ा बीनने वालों को कूड़ा बिनता देख लोगबाग ऐसे नाक सिकोड़ते है मानो कूड़ा बीनने वाले इंसान नही बल्कि कूड़े का ढेर हो। उनके बग़ल से गुजरने पे लोगबाग ऐसा बच के निकलते है मानो उनके स्पर्श करते ही इनका शरीर किसी क्षतिग्रस्त इमारत के मानिंद भरभरा के गिर जाएगा। ऐसे ही अनुभवों से दिन-प्रतिदिन […]