नई दिल्लीः दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (DSSSB) के द्वारा 2012 से अब तक सरकारी पदों के भर्तियों के लिए परीक्षाओं के फॉर्म भर जाने बाद भी परीक्षा तिथि जारी ना किए जाने के विरोध में आज डीएसएसएसबी कार्यालय के सामने युवा-हल्लाबोल के छात्रों ने धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी छात्रों ने बताया कि डीएसएसएसबी ने 2012 से अब तक सरकारी पदों पर भर्तियों के लिए 32 से अधिक नोटिफिकेशन जारी किए हैं, जिनमें परीक्षा फॉर्म भरवा लिए गए हैं। कई साल बीत जाने के बाद भी इन पदों के लिए होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं की तिथि जारी नहीं की गई है। जिसे लेकर छात्रों में रोष बढ़ता जा रहा है। दिल्ली और दिल्ली के आसपास के कई छात्रों ने आज इसके विरोध में हाथों में पोस्टर लेकर बोर्ड के गेट पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद युवा-हल्लाबोल टीम के प्रतिनिधिमंडल ने डीएसएसएसबी सचिव से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा।
छात्रों में बढ़ता जा रहा असंतोष
युवा-हल्लाबोल टीम के साहिल ने बताया कि DSSSB के कार्यप्रणाली के कारण छात्रों में असंतोष बढ़ता जा रहा है। कई बार आरटीआई के माध्यम से इन परीक्षाओं की तिथि जानने का प्रयास किया गया परंतु कोई भी उचित जानकारी नहीं दी गई। उन्होंने बताया कि युवा-हल्लाबोल ने एक सप्ताह पहले ही डीएसएसएसबी को ज्ञापन देकर इन सभी परीक्षाओं की तिथि जारी करने की मांग की थी परंतु बोर्ड के द्वारा छात्रों की मांग पर अब तक कोई कार्यवाही ना करने के कारण छात्रों को प्रदर्शन का रास्ता चुनना पड़ा।
परीक्षाएं अतिशीघ्र कराए जाने की मांग
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे अभियार्थी गोविंद मिश्रा ने बताया कि आज प्रदर्शन के बाद वह युवा-हल्लाबोल के प्रतिनिधि के तौर पर डीएसएसएसबी सचिव से मिले और बोर्ड के अंतर्गत आने वाले सभी प्रतियोगी परीक्षाओं जिनका नोटिफिकेशन जारी कर परीक्षाफॉर्म भरा लिए गए हैं, उनकी परीक्षाएं अतिशीघ्र कराए जाने की मांग रखी। उन्होंने डीएसएसबी को ऐसे सभी 32 प्रतियोगी परीक्षाओं की सूची भी दी है। सचिव ने उन्हें आश्वासन दिया है कि जल्द ही उनकी मांगों पर कार्रवाई की जाएगी।
डीएसएसबी के ढुलमुल रवैय्ये पर असंतोष
स्वराज इंडिया के दिल्ली अध्यक्ष अनुपम ने दिल्ली सरकार और डीएसएसबी के ढुलमुल रवैय्ये पर असंतोष जाहिर करते हुए कहा कि दिल्ली के युवाओं के लिए रोजगार एक भीषण समस्या बन चुका है। ऐसे में आज केजरीवाल सरकार जिसने अपने मेनिफेस्टो में रोजगार को लेकर बड़े बड़े वादे किए थे, डीएसएसबी के इस अन्यायपूर्ण रवैया पर आंखें मूंदे बैठी है। यह कहीं ना कहीं युवाओं व रोजगार जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार की घोर उदासीनता ही दर्शाता है कि 8 लाख रोज़गार का वादा करने वाली सरकार DSSSB की परीक्षाएं भी नहीं करवा पा रही हैं।
15 दिन की मोहलत
गौरतलब है कि इसी वर्ष मार्च के अंतिम सप्ताह में SSC के परीक्षाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार और धांधली के खिलाफ युवा-हल्लाबोल ने दिल्ली के संसद मार्ग पर एक बड़ा प्रदर्शन किया था। युवा-हल्लाबोल ने डीएसएसएसबी को इन सभी 32 प्रतियोगी परीक्षाओं के तिथि जारी करने के लिए 15 दिन की मोहलत दी है। यदि इसके बाद भी बोर्ड इन परीक्षाओं की तिथि जारी नहीं करता है तो ऐसे में युवा-हल्लाबोल पूरे दिल्ली में बड़ी संख्या मे छात्र-युवाओं की आवाज़ बुलंद करते हुए दिल्ली सरकार और डीएसएसबी के खिलाफ प्रदर्शन करेगा।