हाल ही में मोदी सरकार द्वारा तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के ऐलान के बाद फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत ने किसान आंदोलन की तुलना खालिस्तानी आंदोलन से की थी।
जिसके चलते सिख समुदाय में कंगना रनौत के खिलाफ आक्रोश देखने को मिल रहा है। इसी बीच देश के अलग-अलग इलाकों में कंगना रनौत के खिलाफ शिकायतें भी दर्ज करवाई गई है। मुंबई के खार पुलिस स्टेशन में आज कंगना रनौत के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है।
सिख समुदाय को लेकर दिए गए आपत्तिजनक बयान के बाद दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने कंगना रनौत के खिलाफ देशद्रोह और अपमानजनक टिप्पणी के लिए शिकायत दर्ज करवाई थी
सोशल मीडिया के साथ-साथ के विपक्षी दलों ने भी इस मामले में कंगना रनौत की कड़ी निंदा की है।
इस कड़ी में आज एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने कंगना रनौत पर तीखा हमला बोला है।
उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा है कि कंगना रनौत की बदजुबानी नहीं रुक पा रही है। कभी वह महात्मा गांधी का अपमान कर रही है। तो कभी अलग-अलग समुदाय को आतंकवादी कह रही है।
हमें लगता नहीं कि यह बर्दाश्त किया जा सकता है। सिख समुदाय के लोगों ने खार पुलिस स्टेशन में कंगना रनौत के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है।
निश्चित रूप से कानून से बड़ा कुछ नहीं है। जितना भी मोदी सरकार कंगना रनौत को जेड सिक्योरिटी मुहैया करवा दें।
लेकिन अगर वह कानून तोड़ेंगी तो सिक्योरिटी और सुरक्षा उन्हें कवर नहीं कर सकती।
लगातार वह बीते समय से कानून की धज्जियां उड़ा रही है। इसलिए उन पर कानूनी कार्रवाई जरूर की जाएगी।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कृषि कानूनों को वापस लेने के फैसले पर कंगना रनौत ने नाराजगी जाहिर करते हुए इंस्टाग्राम स्टोरी के जरिए इसे दुखद, शर्मनाक और सरासर गलत तक बताते हुए भारत को एक जिहादी देश भी बताया था।