श्रीनगर एंव नई दिल्ली: जाने माने कश्मीरी पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या हो गयी है। हत्यारों को पकड़ने में पुलिस का अमला लगा हुआ है। लेकिन किसने मारा शुजात को, क्या पाकिस्तान ने? श्रीनगर में पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या के पीछे पाकिस्तानी साजिश की बात कही जा रही है। एक चैनल के साथ बातचीत में लेफ्टिनेंट जनरल ऐ.के. भट्ट ने पत्रकार बुखारी की हत्या के पीछे पाकिस्तान को जिम्मेदार बताया है। कहा जा रहा है कि हत्या करने वाले आतंकियों ने बुखारी और उनके सुरक्षाकर्मियों पर ताबड़तोड़ 15 गोलियां चलाईं। गौरतलब है कि गुरुवार शाम को बुखारी श्रीनगर के प्रेस एन्क्लेव में स्थित अपने ऑफिस से निकले थे, तभी उन पर यह जानलेवा हमला हुआ। हमले में उनके साथ उनके 2 सुरक्षाकर्मियों की भी मौत हो गई।
कश्मीर जोन पुलिस ने हमलावरों की सीसीटीवी फुटेज से ली गई तस्वीर जारी कर हमला करने वाले आतंकियों को पहचानने की अपील की है। स्थानीय पुलिस ने हमलावरों की तलाश के लिए कई मोर्चों पर तैयारी की है।
भावभीनी श्रद्धांजलि
कश्मीर के वरिष्ठ पत्रकार शुजात बुखारी के अंतिम संस्कार में हजारों की भीड़ उमड़ी। बारामूला के उनके पैतृक गांव क्रेरा में बुखारी को सुपुर्द-ए-खाक किया गया। नम आंखों के साथ हजारों लोगों ने कश्मीर की इस मुखर आवाज को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। बुखारी के परिवार में पत्नी, एक बेटा और एक बेटी हैं। राइजिंग कश्मीर के दैनिक संस्करण के फ्रंट पेज पर एक संदेश लिखा है, ‘अखबार की आवाज को दबाया नहीं जा सकता। आप अचानक चले गए लेकिन अपने पेशेवर दृढ़ निश्चय और अनुकरणीय साहस के साथ आप हमारे लिए मार्गदर्शक बने रहेंगे। आपको हमसे छीनने वाले कायर हमारी आवाज को दबा नहीं सकते। सच चाहे कितना भी कड़वा क्यों न हो लेकिन सच को बयां करने के आपके सिद्धांत का हम पालन करते रहेंगे। आपकी आत्मा को शांति मिले।’
राज्यपाल एनएन वोहरा ने जताया दुख
इस बीच राज्यपाल एनएन वोहरा ने भी इस घटना के प्रति हैरानी और दुख जताया। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ पत्रकार बुखारी की हत्या मीडिया जगत के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है। एक संदेश में वोहरा ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए और उनके परिवार को इस अपूर्णीय क्षति को सहने की ताकत देने की प्रार्थना की। उन्होंने बुखारी के भाई और कैबिनेट मंत्री अशरत अहमद बुखारी से बात की और संवदेनाएं व्यक्त की।
खामोश हो गई जनता की आवाज
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी वरिष्ठ पत्रकार की हत्या की कड़ी निंदा की। संवेदना संदेश में मुख्यमंत्री ने बुखारी की हत्या को बेहद बर्बर, निंदनीय और दुखद बताया। उन्होंने कहा, ‘उनकी हत्या से यह साबित हुआ है कि हिंसा तर्कसंगत और विवेकशील पड़ताल के आगे टिक नहीं सकती। क्रूरता के इस अमानवीय कृत्य की पूरा राज्य एक आवाज में निंदा कर रहा है। मीडिया के पैर जमाने में बुखारी ने जो भूमिका भाई और जो योगदान दिया वह राज्य के पत्रकारिता के इतिहास का हिस्सा बन गया है।’