लखनऊ: प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) की पहली प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने मंगलवार को सपा-बसपा गठबंधन पर तो हमला बोला ही, भाजपा को भी निशाने पर रखा। उन्होंने कहा कि सपा-बसपा गठबंधन स्वार्थवश बना है। इस गठबंधन का अहंकार जल्द ही दूर होगा।
समाजवादियों पर जमकर जुल्म ढाए हैं BSP ने
पार्टी कार्यालय में हुई कार्यकारिणी की बैठक में न सिर्फ चुनावी तैयारियों पर चर्चा हुई, बल्कि आर्थिक राजनीतिक प्रस्ताव भी पेश किए गए। अखिलेश यादव का नाम लिए बिना शिवपाल ने गठबंधन के लिए उन्हें कठघरे में खड़ा किया। कहा, सपा ने उस पार्टी से गठबंधन किया है, जिसने अपना शासनकाल में समाजवादियों पर जमकर जुल्म ढाए हैं। शिवपाल के तेवर भाजपा के लिए भी तीखे रहे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार व मोदी का इकबाल मर चुका है। किसान, मजदूर, अल्पसंख्यक, युवा, महिलाएं, व्यवसायी सभी दुखी हैं। हम समाजवादी लोग हैं, हमने आंदोलन कर हमेशा खुद को साबित किया है। संघर्ष के दम पर हमने सरकारें बदली हैं और इस बार भी करेंगे।
मजलूमों व अल्पसंख्यकों की समस्याओं के समाधान को प्रतिबद्ध
इससे पहले प्रमुख महासचिव वीरपाल सिंह यादव ने राजनीतिक- आर्थिक प्रस्ताव पेश किया। इसमें कहा गया है कि प्रसपा गांव, किसान, नौजवानों, मजदूरों, मजलूमों व अल्पसंख्यकों की समस्याओं के समाधान को प्रतिबद्ध है। इसके लिए हर स्तर पर लड़ाई लड़ी जाएगी। अयोध्या में विवादित भूमि पर सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का पालन कराए जाने की बात भी कही गई।
प्रदेश कार्यकारणी की इस बैठक में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सैयदा शादाब फातिमा, प्रदेश अध्यक्ष सुंदर लाल लोधी, पूर्व मंत्री शारदा प्रसाद शुक्ला, महासचिव रामनरेश मिनी, प्रदेश उपाध्यक्ष फरहत हसन खां, प्रवक्ता शिव कुमार बेरिया, डॉ सीपी राय, प्रसपा बौद्धिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष दीपक मिश्र, महिला सभा की अध्यक्ष अर्चना राठौर, प्रदेश अध्यक्ष शम्मी वोहरा, लोहिया वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष नितिन कोहली शामिल हुए।