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डलमऊ में SDM और तहसीलदार ने कार्तिक पूर्णिमा मेले की तैयारियों को लेकर की बैठक

आशुतोष गुप्ता, रायबरेली: ऐतिहासिक कार्तिक पूर्णिमा मेला प्रांतीय मेला घोषित होने के बाद अधिकारियों के लिए गले की फांस बन गई है। जिसकी तैयारियों को लेकर अधिकारी खूब पसीना बहा रहे हैं। गुरुवार को डलमऊ तहसील के सभागार में प्रांतीय महिला की तैयारियों को लेकर एक बैठक आयोजित की गई। मेले की बैठक की अध्यक्षता एसडीएम सविता यादव और तहसीलदार प्रतीत त्रिपाठी के नेतृत्व में की गई। इस बैठक में सिंचाई विभाग के अधिकारी अनुपस्थित रहे वही अन्य सभी विभाग के पदाधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे। बैठक में सभी विभाग को अलग-अलग प्रकार की जिम्मेदारी दी गई। इसके साथ ही बताया गया कि जल्द से जल्द दी गई जिम्मेदारी को अधिकारी बखूबी कार्य पूर्ण करेंगे वरना उनके विरुद्ध प्रशासनिक कार्यवाही होना तय हैं।

टूटी पुलिया को लेकर SDM ने चेताया

बैठक में एसडीएम ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मेला क्षेत्र के अंतर्गत शौचालय बनाए जाते हैं लेकिन इस वर्ष अस्थाई शौचालय की गुणवत्ता में सुधार लाएं। मेला क्षेत्र में अलग से लाउडस्पीकर नहीं लगाया जाएंगे अगर दुकानदार द्वारा यह फिर स्थानी तीर्थ पुरोहितों द्वारा लाउडस्पीकर लगाकर शोर शराबा करते पाए गए तो उनके विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी मेला क्षेत्र में अस्थाई वाहन स्टैंड पर पुलिस विभाग सुरक्षा व्यवस्था के लिए मुस्तैद रहेगी वाहन स्टैंड पर बैरी कोटिंग प्रकाश की व्यवस्था नगर पंचायत एवं विद्युत विभाग द्वारा की जाएगी, कस्बे के तराई घाट पर दलदल होने पर वन विभाग और सिंचाई विभाग घाटों की मरम्मत कराएंगे, वही डलमऊ फतेहपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित नेवागंज के पास क्षतिग्रस्त पुलिया को जल्द से जल्द मरम्मत कराने के लिए एसडीएम ने पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया वही सिंचाई विभाग के अनुपस्थिति में एसडीएम ने बताया कि तहसील परिसर के पीछे माइनर पर मुख्य मार्ग को जोड़ने वाली पुलिया क्षतिग्रस्त है इसके लिए विभागीय अधिकारी तत्काल ठीक कराएं वरना डीएम से मामले की शिकायत की जाएगी।

प्रांतीय मेला घोषित होने के बाद मेले को संपूर्ण कराने की जिम्मेदारी नगर पंचायत की होती है इस पर स्नान घाटों पर साफ-सफाई से लेकर कस्बे के विभिन्न मार्गों को मरम्मत कराने के लिए निर्देशित किया गया है, ऐतिहासिक कार्तिक पूर्णिमा मेला 28 नवंबर से 30 नवंबर तक लगेगा वही 30 नवंबर से पशु मेला प्रारंभ होने जा रहा है इससे पहले अधिकारी सभी तैयारियां जल्द से जल्द पूर्ण करें। प्रांतीय मेला होने के बाद इस वर्ष लगभग 10 से 15 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान प्रशासन लगा रहा है मेले में प्रदर्शनी स्थल भी लगाई जाएगी, इतना ही नहीं श्रद्धालुओं की व्यवस्था के लिए जगह-जगह मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट कोविड-19 हेल्पडेस्क, एंबुलेंस , की व्यवस्था प्रत्येक वर्ष की तरह की जाएगी, इस मौके पर अधिशासी अधिकारी अमित कुमार सिंह,नगर पंचायत अध्यक्ष बृजेश दत्त गौड़, वरिष्ठ लिपिक सोहराब अली, सभासद फिरोज अहमद, विनोद निषाद, मुन्नू सभासद, सहित आदि लोग मौजूद रहे।

द फ्रीडम स्टॉफ
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