रायबरेली: रायबरेली में मोदी स्कूल के 11 वर्षीय छात्र रुद्राक्ष की आत्महत्या के मामले में आज 10 दिन बीते जाने के बाद भी पुलिस कोई खास कार्रवाई नहीं कर पाई है। पुलिसिया कार्रवाई से निराश परिजनों ने गुरुवार को रायबरेली की एसपी सुजाता सिंह से मुलाकात की। नम आंखों से मिले मां-बाप का एसपी से मुलाकात करते ही दुख छलक पड़ा। उन्होंने मामले में विवेचक की हीलाहवाली पर निराशा जताई साथ ही जनप्रतिनिधियों का इस मामले में शामिल होने और जांच में दबाव और प्रभाव को लेकर भी चिंता जताई।
अब तक शिक्षिका की मामले में गिरफ्तारी नहीं
कोतवाली हरचंदपुर कस्बे के रहने वाले अमित पाण्डेय के 11 वर्षीय पुत्र रुद्राक्ष उर्फ सोमेश पाण्डेय जो कि दयावती मोदी पब्लिक स्कूल गंगागंज में कक्षा छह का छात्र था, ने बीती 15 अक्टूबर को स्कूल से घर वापस लौटने के बाद ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली थी। छात्र की जेब से मिले सुसाइड नोट के बाद परिजनों ने सहपाठियों से पूछताछ की थी जिसमें शिक्षिका ममता सिंह द्वारा बच्चे को पीटने की बात सामने आई थी। इसके बाद परिजनों ने 18 अक्टूबर को शिक्षिका ममता सिंह के खिलाफ नामजद तहरीर दी थी। लेकिन अब तक शिक्षिका की मामले में गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
सीसीटीवी फुटेज में शिक्षिका बच्चे को पीट रही
इस मामले में जो हालिया अपडेट है उसमें ये बात सामने आई है कि इस मामले की जांच कर रहे विवेचक इन्स्पेक्टर हरचंदपुर सचिन गुप्ता स्कूल गए थे। जहां से उन्हें कुछ सीसीटीवी फुटेज हाथ लगी है जिसमें ये साफ देखा जा सकता है कि शिक्षिका बच्चे को पीट रही है। माना जा रहा है कि इस पिटाई व प्रताड़ना से आहत बच्चे ने मौत को गले लगा लिया। फुटेज तो पुलिस ने जब्त कर ली है लेकिन मामले में आज 10 दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इसी बात से परेशान परिजनों से एसपी से मुलाकात की है।
आरोपी पक्ष की ओर से लगातार दबाव बनाने का काम
परिजनों ने एसपी को बताया कि इस मामले में आरोपी पक्ष की ओर से लगातार दबाव बनाने का काम किया जा रहा है। इतना ही नहीं इसमें जिले के कई जनप्रतिनिधि और बड़े नेता भी शामिल हैं जो लगातार मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं। इसी का परिणाम है कि अभी तक आरोपी शिक्षिका की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
मोदी स्कूल में यह पहला मामला नहीं
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मोदी स्कूल में यह पहला मामला नहीं है बल्कि यहां पर बच्चों को प्रताड़ित करने के ऐसे ही कई मामले पहले भी आ चुके हैं। परिवार वाले इस मामले में पुलिस द्वारा उचित कार्रवाई ना करने का आरोप लगा रहे हैं। फिलहाल पुलिस प्रशासन ने मामले में स्कूल प्रबंधन को आरोपी नहीं बनाया है। जबकि बच्चे की मौत को लेकर स्कूल प्रशासन की भी गम्भीर लापरवाही सामने आई है।