नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगे। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने राहुल गांधी को संघ के कार्यक्रम में ना जाने की सलाह दी है। गुरुवार को दिल्ली में कांग्रेस की कोर ग्रुप की एक बैठक में इस पर चर्चा हुई। दरअसल, ऐसी अटकलें लगाई जा रही थी कि आरएसएस अगले महीने होने वाले अपने एक कार्यक्रम में राहुल गांधी को निमंत्रण देने की तैयारी में है। संघ के प्रचार प्रमुख अरुण कुमार ने इसके संकेत दिए हैं। हालांकि अब तक इसे लेकर कोई भी औपचारिक ऐलान नहीं किया गया है।
विचारधारा के खिलाफ लड़ रहे
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि भाजपा आरएसएस की विचारधारा अपनाती है और पीएम मोदी इसे लागू करते हैं। हम इस विचारधारा के खिलाफ लड़ रहे हैं। हमें पता है कि आरएसएस की विचारधारा देश के लिए जहर है। खड़गे ने आगे कहा ‘अगर कोई कहे कि वो चखकर चाहता है कि ये वाकई में जहर है या नहीं, तो इसकी नतीजा क्या होगा। हम किसी व्यक्ति या मोदी के खिलाफ नहीं है। हम उनकी विचारधारा के खिलाफ लड़ रहे हैं और हम इसे जारी रखेंगे।’
खबरों पर प्रतिक्रिया
खड़गे ने यह भी कहा कि आरएसएस के कार्यक्रम में राहुल गांधी या कांग्रेस के किसी भी सदस्य के जाने का सवाल ही नहीं। खड़गे उन खबरों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिनमें दावा किया गया है कि अगले महीने संघ अपने एक कार्यक्रम के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को न्यौता भेज सकता है। खड़गे ने कहा, ‘पहले बुलावा आने दीजिए। यह सब चुनावी कवायद है। अगर राहुल मुझसे वहां जाने के बारे में पूछेंगे तो मैं यही कहूंगा कि वहां जाने का कोई सवाल ही नहीं है। ऐसे लोगों से मंच साझा करने की जरूरत नहीं।’
राहुल गांधी को न्योता भेजा जा सकता है न्योता
दरअसल, 17 से 19 सितंबर के बीच दिल्ली में संघ का कार्यक्रम होने वाला है। ‘भविष्य का भारत: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का दृष्टिकोण’ नाम के इस कार्यक्रम में राहुल गांधी को न्योता भेजा जा सकता है। जानकारी के मुताबिक, राहुल के अलावा सीपीआइ(एम) नेता सीताराम येचुरी समेत अन्य प्रमुख राजनीतिक दलों के अध्यक्षों और समाज के सभी वर्ग के लोगों को भी संघ निमंत्रण देने की तैयारी में है। राजनीति के अलावा अन्य क्षेत्र व संगठन के लोगों को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किए जाने की संभावना है। इस कार्यक्रम में 400 से अधिक लोग शामिल होंगे। इसमें विदेशी राजनयिक भी होंगे।