जयपुर ब्यूरो: 15वीं राजस्थान विधानसभा का पांचवां सत्र शुक्रवार से शुरू होगा। 32 दिन तक चली कांग्रेस की आंतरिक सियासत के कारण सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं। सत्र के दौरान अशोक गहलोत सरकार विश्वास प्रस्ताव लाएगी। भाजपा द्वारा सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने पर सीएम गहलोत ने कहा कि हम खुद विश्वास प्रस्ताव लाएंगे। गुरुवार शाम को सीएम आवास पर हुई विधायक दल की बैठक में गहलोत ने कहा कि जो नाइत्तेफाकी अब तक हुई उसे भुला दीजिए, हम 19 विधायकों के बिना भी बहुमत साबित कर देते लेकिन वो खुशी नहीं होती, अपने तो अपने ही होते हैं। उन्होंने कहा जिन विधायकों की समस्या है, जो रूठे हैं वो मुझसे अकेले में आकर मिल सकते हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का आभार
इस मौके पर सचिन पायलट ने छह साल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में विधायकों के मिले सहयोग के लिए धन्यवाद दिया और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का आभार जताया। उन्होंने गहलोत को भी धन्यवाद दिया । गहलोत और पायलट के बीच दूरी कम करने के लिए सोनिया गांधी के निर्देश पर संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पहले दोनों नेताओं से अलग-अलग बात की और फिर एक साथ चर्चा की। वेणुगोपाल ने दोनों खेमों के विधायकों की अलग-अलग बात सुनी। इसके बाद शाम को विधायक दल की बैठक में सभी विधायक शामिल हुए। विधायक दल की बैठक से पहले सचिन पायलट गहलोत से मिलने उनके आवास पर पहुंचे। गहलोत ने सुबह पायलट और उनके खेमे के विधायकों को फोन कर बातचीत करने के लिए बुलाया। गहलोत ने उन्हें विधायक दल की बैठक में शामिल होने के लिए कहा। पायलट सीएम आवास पहुंचे तो गहलोत ने हाथ मिलाकर स्वागत किया और फिर दोनो मुस्कुराए। विधायकों की खरीद-फरोख्त, फोन टैपिंग व बाड़ेबंदी जैसे मुद्दो को लेकर सत्तापक्ष व विपक्ष के बीच विधानसभा में बहस होने की उम्मीद है।
सीएम गहलोत ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि मैं उम्मीद करता हूं फॉरगेट एंड फॉरगिव की भावना के साथ सेव डेमोक्रेसी हमारी प्रायोरिटी होनी चाहिए। देश में वन बाई वन चुनी हुई सरकारों को तोड़ने की साजिश चल रही है। कर्नाटक, मध्य प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश आदि राज्यों में सरकारें जिस तरह टॉपल की जा रही है, वह गलत है। उन्होंने कहा कि ईडी, सीबीआइ, इनकम टैक्स व ज्यूजिडिशियरी का जो दुरुपयोग हो रहा है, वे डेमोक्रेसी को कमजोर करने का बहुत डेंजरेस गेम है।
बागी विधायकों के घर वापसी के बाद कांग्रेस नेतृत्व के तीखे तेवर नर्म होते जा रहे हैं। पार्टी ने विधायक भंवर लाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह के निलंबन को रद कर दिया है। कांग्रेस महासचिव अविनाश पांडे ने यह जानकारी दी। इन दोनों विधायकों पर अशोक गहलोत सरकार को गिराने की साजिश में शामिल होने का आरोप लगा था। कथित रूप से ऑडियो भी वायरल हुए थे, जिनमें इनकी आवाज होने की बात कही गई थी। इसके बाद पायलट खेमे के इन दोनों विधायकों को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया था। इनके खिलाफ एसओजी ने राजद्रोह का मामला दर्ज किया था, जो अब बंद कर दिया गया है।