चेन्नई एंव दिल्ली: द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) के नेता एम. करुणानिधि का मंगलवार शाम को 94 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। तमिलनाडु के सभी लोग शोक में डूबे हुए हैं। लेकिन इसी बीच एक विवाद और खड़ा हो गया है। दरअसल, करुणानिधि की समाधि स्थल को लेकर लोगों के बीच तनातनी बनी हुई हैं। एम के स्टालिन ने डीएमके कार्यकर्ता को शांति और व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। इस बीच डीएमके की मांग के समर्थन में कांग्रेस भी उतर आई है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, ‘जयललिता की तरह करुणानिधि भी तमिल के लोगों की आवाज थे। ऐसे में उन्हें मरीना बीच पर जगह दी जानी चाहिए। मुझे भरोसा है कि तमिलनाडु के मौजूदा नेता इस दुख की घड़ी में उदारता जरूर दिखाएंगे।’
Like Jayalalitha ji, Kalaignar was an expression of the voice of the Tamil people. That voice deserves to be given space on Marina Beach. I am sure the current leaders of Tamil Nadu will be magnanimous in this time of grief. #Marina4Kalaignar
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 7, 2018
वहीं कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजादी ने कहा है कि तमिलनाडु सरकार को ऐसे मौके पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। आजाद ने कहा, ‘करुणानिधि को उनका हक मिलना चाहिए। निधन के बाद भी वह सम्मान के हकदार हैं। तमिलनाडु सरकार को राजनीति नहीं करनी चाहिए। ऐसे मौके पर सरकार और राजनीतिक दलों को राजनीति से ऊपर उठना चाहिए।’ गौरतलब है कि मंगलवार शाम को 94 साल की अवस्था में करुणानिधि का कावेरी हॉस्पिटल में निधन हो गया था।