पटना: आगामी लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पूरी तरह से तैयार है। कांग्रेस ने आगामी लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत दर्ज कराने के लिए जनता का मिजाज भांपने और सीटों के आकलन का जो सर्वे करीब छह महीने पहले शुरू किया था, वह पूरा हो चुका है। रिपोर्ट भी आ गई है। सूत्र बताते हैं कि रिपोर्ट में महागठबंधन में सीट शेयरिंग का जो फॉर्मूला तय किया गया है, उसमें कांग्रेस की 15 सीटों पर दावेदारी है। अगर कांग्रेस अपने स्टैंड पर कायम रहती है तो महागठबंधन में कलह की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
राहुल गांधी का ग्राफ तेजी से बढ़ा
कांग्रेस के स्थानीय स्तर पर किए गए सर्वे में यह बात उभर कर आई है कि हाल के दिनों में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। बिहार में कांग्रेस की स्थिति में भी सुधार हुआ है और जनता उसके साथ चलने का दावा भी कर रही है। लेकिन, जनता यह भी चाहती है कि जो प्रत्याशी दो बार चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा चुके हैं उन्हें आगे मौका न देकर पार्टी में सेवा की जिम्मेदारी दी जाए। सर्वे भले कांग्रेस के समर्थन में हो, लेकिन पार्टी का कोई भी नेता, पदाधिकारी मसले पर मुंह खोलने से बच रहा है।
अंदरखाने के सूत्रों की मानें तो अगस्त-सितंबर के महीने से ही कांग्रेस ने एक साथ दो तरह के सर्वे शुरू किए थे। एक सर्वे राज्यों की कोर टीम के स्तर पर किया गया, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर सर्वे के लिए निजी एजेंसी की मदद ली गई। सर्वे के दौरान जनता की नब्ज टटोलते हुए यह जाना गया कि राज्य में पार्टी की क्या स्थिति है। इसके साथ यह भी जाना गया कि कांग्रेस को प्रदेश स्तर पर कितनी सीटों पर चुनाव लडऩे चाहिए तथा जनता से जुड़े कौन से मुद्दों को पार्टी के घोषणा पत्र में प्राथमिकता दी जानी चाहिए। पहले चुनाव मैदान में दांव लगा चुके प्रत्याशियों को दोबारा मौका दिया जाए या नहीं, इसका भी आकलन किया गया।