परीक्षित सिंह: पंजाब की रोपड़ जेल में बंद बाहुबली मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश लाने के लिए पुलिस की विशेष टीम गठित कर भेजे जाने की अटकलों पर अधिकारियों ने विराम लगा दिया है। पंजाब पुलिस ही मुख्तार को बांदा जेल में दाखिल कराएगी। बांदा जेल प्रशासन ने इसे लेकर अपनी तैयारियां भी पूरी कर ली हैं।
यूपी के बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश भेजे जाने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ही बांदा जेल में सुरक्षा के अतिरिक्त बंदोबस्त शुरू कर दिए गए थे। सूत्रों का कहना है कि जेल के आसपास भी सुरक्षा का कड़ा घेरा होगा। कारागार मुख्यालय के अधिकारियों का कहना है कि यहां जेल में मुख्तार को अलग सेल में रखा जाएगा, जहां सुरक्षा के बेहद कड़े बंदोबस्त होंगे। हालांकि पंजाब पुलिस मुख्तार को लेकर कब आएगी, यह बात अब तक स्पष्ट नहीं हो सकी है। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि पंजाब पुलिस ने मुख्तार अंसारी को यूपी लाने को लेकर अभी कोई सूचना नहीं दी है।
सुप्रीम कोर्ट ने 26 मार्च को पंजाब सरकार को आदेश दिया था कि गंभीर मामलों में आरोपित बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को दो सप्ताह में उत्तर प्रदेश सरकार को सौंपा जाए। मऊ से बसपा विधायक मुख्तार अंसारी पंजाब में लाखों की उगाही के एक मामले में वहां की रोपड़ जेल में करीब दो साल से निरुद्ध है। मुख्तार को जब यूपी से ले जाया गया था, तब वह यहां बांदा जेल में निरुद्ध था।
एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार तकनीकी रूप से पंजाब पुलिस मुख्तार अंसारी को बांदा जेल में दाखिल कराएगी, जिसके बाद मुख्तार को प्रयागराज स्थित एमपी एमएलए विशेष कोर्ट में पेश किया जाएगा। बाद में मुख्तार को किस जेल में रखा जाएगा, यह निर्णय कोर्ट का होगा। कोरोना संक्रमण के चलते मुख्तार के मामले की सुनवाई बांदा जेल से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए भी हो सकती है।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में दर्ज हत्या समेत कई अन्य संगीन मुकदमों में मुख्तार अंसारी आरोपित है, जिनका विचारण चल रहा है। इन मामलों में मुख्तार को कोर्ट में पेश किया जाना है। प्रदेश सरकार ने इसके चलते ही मुख्तार अंसारी को पंजाब से उत्तर प्रदेश भेजे जाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में दर्ज हत्या समेत कई अन्य संगीन मुकदमों में मुख्तार अंसारी आरोपित है, जिनका विचारण चल रहा है। इन मामलों में मुख्तार को कोर्ट में पेश किया जाना है। प्रदेश सरकार ने इसके चलते ही मुख्तार अंसारी को पंजाब से उत्तर प्रदेश भेजे जाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।