नई दिल्ली : सरकार लगातार जनता से मजाक कर रही है। फिर से लगातार बढ़ते पेट्रोल-डीजल की कीमतों से परेशान जनता को दूसरे दिन मामूली राहत मिली है। दिल्ली में पेट्रोल की कीमत में 7 पैसे प्रति लीटर और डीजल की कीमत में 5 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई है। कर्नाटक चुनाव के बाद से लगातार 16 दिनों तक पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोत्तरी की गई थी। जिसके बाद देशभर में तेल की कीमतों को कम करने की मांगें उठ रही थीं।
इतिहास में सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल
सरकार को विपक्ष भी तेल के मुद्दे पर घेर रही थी। इसके बाद बुधवार को इनकी कीमतों में पहली बार कटौती की गई थी। हालांकि यह कटौती केवल एक पैसे प्रति लीटर की दर से थी। केरल सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में एक जून से एक रुपये प्रति लीटर की कमी करने की घोषणा की है। राज्य के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने कहा कि इससे खजाने को 509 करोड़ रुपये की चपत लगेगी। यह केंद्र को हमारा संदेश है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में गिरावट
वित्त वर्ष 2017 और 2018 में भारत द्वारा आयातित कच्चे तेल की औसत कीमत 47.56 डॉलर और 56.43 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर थी जो अप्रैल, 2018 में बढ़कर 69.30 डॉलर प्रति बैरल हो गई। इस महीने की शुरुआत में 80 डॉलर का स्तर छूने के बाद इसमें गिरावट आई और यह 28 मई को 75.95 डॉलर पर पहुंच गई। इसकी वजह से अगले दो-तीन दिन में पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में कमी आएगी।
कंपनियों का मुनाफा बढ़ा
तेल की मार्केटिंग करने वाली सबसे बड़ी सरकारी कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन को 31 मार्च को समाप्त तिमाही में 5218 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ। पिछले साल के मुकाबले इसमें 40 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। इसके अलावा भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन के लाभ में भी 45 फीसदी की वृद्धि हुई है।