अजय सिंह, इंदौर: शहरी क्षेत्र की 26 लाख की आबादी में से लगभग दो लाख लोग ऐसे हैं, जिन्हें कोरोना संक्रमण हुआ और वे ठीक भी हो गए, लेकिन उन्हें पता ही नहीं चला। इनमें वे लोग शामिल नहीं हैं जो कोरोना जांच में पॉजिटिव आए हैं। शहर के 85 वार्डों में हाल ही में हुए सीरो सर्वे के परिणाम में यह जानकारी सामने आई है। कुल 7103 लोगों का रैंडम तरीके से सर्वे किया गया था। इनमें से 7.75 प्रतिशत लोगों में कोरोना के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता पाई गई।
इसके आधार पर पूरे शहर की आबादी का प्रतिशत निकाला गया है। इनमें 13 प्रतिशत महिलाओं और 14 प्रतिशत पुरुषों में कोरोना प्रतिरोधक क्षमता सामने आई। वहीं बंबई बाजार में 30 प्रतिशत, सोमनाथ की चाल, हाजी कॉलोनी,जवाहर मार्ग व रानीपुरा में 20 से 25 प्रतिशत में कोरोना के प्रति रोग प्रतिरोधकता विकसित मिली।
शुक्रवार को सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल का लोकार्पण करने आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने इसकी घोषणा की गई। संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा व आइसीएमआर की उप संचालक डॉ. मीरा धूरियाने इसे प्रस्तुत किया। डॉ. शर्मा ने बताया कि मार्च से फैले कोरोना संक्रमण के बाद अब तक 7.75 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जिन्हें कोरोना होकर निकल गया है।