पंकज पांडेय, कानपुर: यूपी के कानपुर जिले में शनिवार सुबह एक 75 वर्षीय बुजुर्ग की गलारेत कर बेरहमी से हत्या कर दी गई। बुजुर्ग का शव उसके ही घर के आंगन में पड़ी चारपाई पर मिला। सुबह ग्रामीणों ने देखा कि बुजुर्ग का शव लहुलुहान हालत में पड़ा है तो इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। शव की तलाशी में पुलिस को उसकी धोती के सहारे कमर से बंधे 20 हजार रुपये बरामद हुए। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
साढ़ थाना क्षेत्र के पसेमा गांव में रहने वाले महादेव सविता शादीशुदा नहीं थे। गांव के पुस्तैनी मकान में अकेले जीवनयापन कर रहे थे। महादेव सविता बकरी पालन कर उन्हे बेचने का काम करते थे। बीते शुक्रवार को महादेव ने 20 हजार रुपये के बकरे बेचे थे। बुजुर्ग ने शाम को खाना खाने के बाद घर के आंगन में चारपाई डालकर सो रहे थे।
पूरा गांव और आसपास के लोग जानते थे कि महादेव बकरीद और ईद के वक्त बकरों को बेचते हैं। चोरी के इरादे से घर में घुसे बदमाश को भी इस बात की भनक थी कि बुजुर्ग ने बकरे बेचे हैं तो पैसे घर पर ही रखे होगें। बदमाशों ने पूरा घर खंगाल लिया, लेकिन उन्हें पैसे नहीं मिले।
ग्रामीणों का कहना है कि बुजुर्ग लोग अधिकतर अपनी धोती के खूंटे पर पैसे बांधकर रखते हैं। हो सकता है कि चोरी के इरादे से घर में घुसे बदमाश रुपए ढूंढ रहे होगें तो बुजुर्ग की नींद खुल गई हो, और बुजुर्ग ने चोरों को पहचान लिया हो। पहचान को छिपाने के लिए बुजुर्ग की हत्या कर दी होगी।
वहीं कुछ ग्रमीणों का ये भी मामना है कि सभी लोग इस बात को जानते थे कि महादेव अपनी धोती से कमर के सहारे ही पैसे बांधकर रखते थे। हो सकता है कि बदमाश उनकी सोते वक्त तलाशी ले रहे होगें और उनकी नींद खुल गई होगी। जिससे बुजुर्ग ने बदमाशों को पहचान लिया होगा। इसके बाद बदमाशों ने उनकी हत्या कर दी होगी। हत्यारा दहशत में रुपए नहीं निकाल पाया होगा। यदि पेशेवर बदमाश होते तो वो हत्या के बाद भी रुपए निकाल कर ले जाते।
क्या कहना है एसपी ग्रामीण का
एसपी ग्रामीण बृजेश कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक साढ़ के पसेमा गांव में एक बुजुर्ग की गलाकाट कर हत्या कर दी गई है। मौके पर पुलिस और देखा गया कि घर का समान व्यवस्थित है, उसकी जेब से 20 हजार रुपये बरामद हुए है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है, आगे विधिक कार्रवाई की जा रही है।