ग्रेटर नोएडा: नोएडा के सेक्टर 58 में सार्वजनिक स्थलों पर नमाज पर रोक लगाए जाने के बाद बुधवार को ग्रेटर नोएडा (गौतमबुद्ध नगर ) में भागवत कथा के आयोजन पर रोक लगा दी गई। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अतिक्रमण विरोधी दस्ते ने सेक्टर 37 में चल रहे भागवत कथा के पंडाल को ढहा दिया। इससे लोगों में रोष है। कर्मियों से तीखी नोकझोंक भी हुई। प्राधिकरण के मुताबिक, यह आयोजन बगैर परमीशन चल रहा था। तनाव को देखते हुए पुलिस तैनात की गई है।
कुछ महिलाओं ने तो धरना प्रदर्शन तक किया
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक, ग्रेटर नोएडा के आवासीय सेक्टर-37 में 26 दिसंबर (बुधवार) से नौ दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा की शुरुआत होनी थी। यह जमीन प्राधिकरण की है। ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने बिना अनुमति हो रही श्रीमद्भागवत कथा की बात बताई और बुधवार सुबह ही इस भूखंड से तंबू, मंच और लाउडस्पीकर हटवा दिए। प्राधिकरण की इस कार्रवाई का आयोजकों ने जमकर विरोध किया। कुछ महिलाओं ने तो धरना प्रदर्शन तक किया।
कार्यक्रम के लिए अनुमति नहीं दी गई
प्राधिकरण के विशेष कार्याधिकारी सचिन सिंह की मानें तो उन्हें कार्यक्रम के लिए अनुमति नहीं दी गई। यदि वे इसे फिर भी करते हैं तो यह गैर कानूनी होगा। ग्रेटर नोएडा (प्रथम) के क्षेत्राधिकारी निशंक शर्मा ने बताया कि प्राधिकरण द्वारा की गई इस कार्रवाई से उसका कोई लेना-देना नहीं है। यह कार्रवाई प्राधिकरण अधिकारियों तथा प्राधिकरण से संबद्ध पुलिसकर्मियों ने की है।
यह है मामला
ग्रेटर नोएडा सेक्टर-37 में बुधवार को उस वक्त तनाव की स्थिति पैदा हो गई, जब ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अतिक्रमणकारी दस्ते ने मंदिर के लिए अवैध रूप से कब्जा की गई जमीन पर बने टेंट को हटा दिया। देखते ही देखते सैकड़ों सेक्टरवासी मौके पर जमा हो गए। इस दौरान विवाद काफी विवाद बढ़ गया। प्राधिकरण अधिकारियों के मुताबिक करीब दो वर्ष पहले से ही मंदिर के नाम पर सेक्टर की जमीन पर अवैध कब्जे की कोशिश की जा रही थी। इसी क्रम में स्थानीय लोगों ने भगवान की मूर्तियां भी स्थापित कर दी थीं, लेकिन गाहे-बगाहे सेक्टरवासी प्राधिकरण से मंदिर के लिए जमीन की मांग भी कर रहे थे।
विवाद बढ़ने पर स्थानीय लोगों ने बीच बचाव किया
कुछ लोगों ने श्रीमद्भागवत कथा के बहाने विधिवत मूर्ति स्थापित करने की योजना बनाई। इसके तहत सेक्टर में पंडाल लगाया गया था। इसकी जानकारी मिलते ही ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के वरिष्ठ प्रबंधक यशपाल सिंह के निर्देश पर बुधवार सुबह अतिक्रमण हटाओ दस्ता सेक्टर में पहुंचा और भागवत कथा के लिए लगा टेंट हटा दिया। मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर सैकड़ों सेक्टरवासी जमा हो गए और प्राधिकरण की कार्रवाई का विरोध करने लगे। हालांकि, विवाद बढ़ने पर स्थानीय लोगों ने बीच बचाव किया और मामले को शांत किया।