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कौन है वह तमिलनाडु की कॉलेज की प्रोफेसर जिस पर लोग कर रहे हैं थूथू

Anil G Ramesh, Chennai Bureau: अप्रैल 2016, एक ऐसी खबर सामने आई, जिसने सबको हिला दिया। शिक्षा के मंदिर और शिक्षित करने वाले गुरू पर सवाल उठे। पूरे देश के माता-पिता, जिनकी बेटियां कॉलेज में पढ़ती हैं, उनके मन में सवाल उठने लगे। तमिलनाडु के विरुधुनगर जिले के एक कॉलेज में एक महिला सहायक प्रफेसर का ऑडियो टेप वायरल हुआ। यह महिला प्रफेसर अपनी चार छात्राओं को सेक्स वर्क में लुभाने का प्रयास कर रही थी। मामला खुला तो पता चला कि वह देवंगा कला महाविद्यालय में पढ़ने वाली युवा लड़कियों पर नजरें रखती थी। उन लड़कियों को बड़े-बड़े अफसरों के साथ यौन संबंध बनाने के लिए उकसाती थी। वह उनसे कहती थी कि वे (अफसर) जो कहें, चुपचाप करना। इसके लिए वह लड़कियों को मंहगे गिफ्ट्स और रुपये का लालच भी देती थी। मामला खुला तो निर्मला देवी को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया लेकिन इसे दबाने का प्रयास किया गया। मामले ने तूल पकड़ा तब पुलिस ने हस्तक्षेप किया और निर्मला को गिरफ्तार किया गया। अब श्रीविल्लिपुथुर महिला अदालत ने निर्मला देवी को दोषी ठहराया है।

निर्मला देवी का केस छोटा नहीं था। बात आई कि वह अफसरों को कॉलेज की लड़कियां सप्लाई करने का काम कर रही थी। उसके पीछे बड़े अफसरों का हाथ होने की बात कही गई। पुलिस का मामला में हल्का रवैया नजर आया तो सीबीसीआईडी ने मामला अपने हाथों में ले लिया।

निर्मला देवी के कबूलनामे के आधार पर दो अन्य लोगों मदुरै कामराज विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर मुरुगन और एक पूर्व शोध छात्र करुप्पुसामी को गिरफ्तार किया गया। ऑडियो के आधार पर जांच शुरू हुई। यूनिवर्सिटी के तत्कालीन टॉप अफसर का नाम सामने आया। हालांकि उनका नाम अचानक लिस्ट से गायब हो गया। सीबीसीआईडी ने आगे जांच नहीं की है। उन्होंने सितंबर में मद्रास हाई कोर्ट की मदुरै पीठ को बताया कि निर्मला देवी केवल अपने दो सहयोगियों, मुरुगन और करुप्पुस्वामी के लिए युवा महिलाओं को लुभा रही थी।

हाई कोर्ट में मामला चल रहा था कि तभी निर्मला देवी ने कोर्ट में कहा कि उच्च सुरक्षा वाली मदुरै केंद्रीय जेल में उसकी जान को खतरा है। सवाल उठे कि अगर निर्मला और उसके दोनों सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया गया है तो फिर निर्मला को किससे अपनी जान का खतरा है? निर्मला के बयान में उसने कहा था कि सेक्स-फॉर-कैश मामले में उसने अपने छात्रों को जो फोन कॉल किया था, वह मुरुगन और करुप्पुसामी के कहने पर किए थे। उसने यह भी काह कि दोनों ने उसे मदुरै कामराज विश्वविद्यालय के कुलपति और रजिस्ट्रार के कहने पर कॉलेज के छात्राओं के लिए व्यवस्था करने के लिए कहा था।

सहायक प्रोफेसर के कबूलनामे में कहा गया है कि वह मदुरै कामराज विश्वविद्यालय में एक पुनश्चर्या पाठ्यक्रम की खोज में मुरुगन के संपर्क में आई थी। उसे एक आम दोस्त ने मुरुगन के संपर्क में रखा, जिसने उसे बताया था कि ‘मुरुगन विश्वविद्यालय में एक प्रभावशाली व्यक्ति था। उसने बताया कि नवंबर 2017 के दूसरे सप्ताह में, वह व्यक्तिगत रूप से मदुरै कामराज विश्वविद्यालय गई और मुरुगन से उनके विभाग में मिली। उनसे मुझे रिफ्रेशर पाठ्यक्रम में एक सीट दिलाने के लिए कहा। उन्होंने तुरंत कहा कि वह रजिस्ट्रार के कार्यालय से संपर्क करेंग। वह मुझे अपनी कार में रजिस्ट्रार के कार्यालय आए।’

निर्मला ने बताया, ‘मेरे जैसे, दो-तीन अन्य लोग थे जो रिफ्रेशर कोर्स में सीट मांगने के लिए रजिस्ट्रार के कार्यालय आए थे। उस समय, रजिस्ट्रार चिन्नैया ने मुझे देखा, और कागज के एक छोटे से टुकड़े में मेरा नाम लिखा और उस पर अपने हस्ताक्षर किए, और मुझे एचआरडीसी (मानव संसाधन विकास केंद्र) कार्यालय जाने के लिए कहा। हालांकि, चूंकि पाठ्यक्रम के लिए कई लोगों ने आवेदन किया था, इसलिए उन्हें उस दौर में सीट नहीं मिली। वह कहती है कि वह मुरुगन के संपर्क में रहती थी, और नवंबर के अंतिम सप्ताह में, मुरुगन अरुप्पुकोट्टई में उसके घर आया और उन दोनों ने यौन संबंध बनाए।’

 

 

द फ्रीडम स्टॉफ
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