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आतंक को शरण देने वालों से आंख नहीं मूंद सकते- निक्की हेली

नई दिल्ली से अंशुमान सुमन : विश्व समुदाय में पाकिस्तान की छवि लगातार धूमिल हो रही है और उसे आंतक की पनाह के रूप में देखा जा रहा है। अमेरिकी का संयुक्त राष्ट्र में राजदूत निक्की हेली इन दिनों भारत यात्रा पर हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि धार्मिक स्वतंत्रता बहुत महत्वपूर्ण है। हेली ने कहा कि हमारे देश सहिष्णुता से ही एक साथ रह सकते हैं। इसके अलावा हेली ने आतंकवाद को लेकर भी पाकिस्तान पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हम उन्हें नजरअंदाज नहीं कर सकते जो आतंकवाद को शरण दे रहे हैं। पाकिस्तान को बताना होगा कि अब ये सहन नहीं किया जा सकता। हेली ने कहा कि आतंकवाद से लड़ने में भारत और अमेरिका को वैश्विक नेता के तौर पर उभरना होगा, हम ये कर सकते हैं और हमें ये करना ही चाहिए।

आधिकारिक भारत यात्रा पर

इससे पहले संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएस) की संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में राजदूत निक्की हेली दिल्ली में शीशगंज गुरूद्वारा, जामा मस्जिद और गौरीशंकर मंदिर गईं। हेले अपनी तीन दिन की आधिकारिक भारत यात्रा पर आई हैं। इस दौरान वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज सहित स्वयंसेवी संगठनों, विचारकों के समूह और धार्मिक नेताओं से मुलाकात कर रही हैं।

शीशगंज गुरूद्वारा पहुंचीं

गुरूवार को निक्की हेली दिल्ली स्थित शीशगंज गुरूद्वारा पहुंचीं। उनके साथ भारत में यूएस के राजदूत केन जस्टर एवं अमेरिकी अधिकारी भी थे। हेली ने गुरूद्वारे में मत्था टेका और कीर्तन में हिस्सा लिया। उसके बाद वे गुरूद्वारे के लंगर में गई और श्रद्धालुओं के लिए खाना पकाने में लोगों की मदद की। हेली दिल्ली में ही जामा मस्जिद गईं। जहां उन्होंने मस्जिद का भ्रमण किया और इमाम से मुलाकात की। हेली दिल्ली के गौरीशंकर मंदिर भी गईं और पूजा-अर्चना में हिस्सा लिया। उन्होंने वहां भगवान के दर्शन किए और मंदिर के पुजारियों से बात की।

निक्की हेली इन मुलाकातों के अलावा नोबेल पुरस्कार प्राप्त समाजसेवी कैलाश सत्यार्थी से भी मिलीं। वे दिल्ली स्थित सत्यार्थी के मुक्ति आश्रम गईं और बेसराहा बच्चों से मिलीं। हेली ने बच्चों के अधिकार, मानवाधिकार और उनकी सुरक्षा मामलों को लेकर बात की।

उन्होंने दिल्ली में ऐतिहासिक स्थल हुमायूं का मकबरा और सुंदरावाला बुर्ज का दौरा किया, जिसके संरक्षण में आगा खान फाउंडेशन भी सहयोगी है। साथ ही भारतीय छात्रों के लिए अंग्रेजी भाषा की पढ़ाई को लेकर चलाये जा रहे कार्यक्रम- इंग्लिश एक्सेस का भी जायजा लिया। हेले ने भारत-यूएस के बीच सांस्कृतिक राजनायिक संबंधों (कल्चरल डिप्लोमेसी) को लेकर किए जा रहे सभी प्रयासों की जानकारी ली।

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