नई दिल्ली :छात्र-छात्राओं के लिए लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस की प्रक्रिया को आसान बनाने के मकसद से दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। दिल्ली सरकार की सभी स्टेट यूनिवर्सिटीज समेत डीयू के सभी कॉलेजों में लर्निंग लाइसेंस बनाए जाने के बारे में एक पॉलिसी तैयार की गई है। ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर कैलाश गहलोत ने बताया कि अगले कुछ दिनों में यह पॉलिसी नोटिफाई हो जाएगी और पॉलीटेक्निक व आईटीआई को भी इसके दायरे में लाया जाएगा।
सरकार की यह पॉलिसी डीयू के सभी कॉलेजों के लिए भी होगी और जो भी कॉलेज इस प्रॉजेक्ट से जुड़ना चाहेंगे, वहां पर ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के लिए सभी जरूरी इंतजाम करेगा। आईपी और डीयू के कॉलेजों में स्टूडेंट्स की संख्या हजारों में है। स्टूडेंट्स अपने कॉलेजों में आसानी से लर्निंग लाइसेंस बनवा सकेंगे। ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर कैलाश गहलोत ने बताया कि कॉलेजों के प्रिंसिपल, डायरेक्टर्स को अधिकृत किया जाएगा और वे स्टूडेंट्स के लिए लर्निंग लाइसेंस प्रोसेस को कंडक्ट करवाने की जिम्मेदारी संभालेंगे।
दिल्ली सरकार की 7 यूनिवर्सिटी व इंस्टिट्यूशन के अलावा डीयू के 88 कॉलेजों, आईपी यूनिवर्सिटी के करीब 34 इंस्टिट्यूशन, 9 पॉलिटेक्निक व आईटीआई को इस पॉलिसी के दायरे में लाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जल्द ही पायलट प्रॉजेक्ट शुरू करने को लेकर दूसरा नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा।
सरकार ज्यादा से ज्यादा कॉलेजों में यह प्रॉजेक्ट शुरू करना चाहती है। कॉलेजों में 10 मिनट के कंप्यूटर बेस्ड एग्जाम को क्लियर करने के बाद लाइसेंस मिल जाएगा।