नेशनल ब्यूरो: लोकसभा के फर्स्ट फेज में 21 राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर वोटिंग पूरी हुई है। सुबह 7 बजे से शाम 6 हुई वोटिंग में 66.92 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया।
सबसे ज्यादा 80% वोटिंग त्रिपुरा में हुई, जबकि सबसे कम 48% वोटिंग बिहार में हुई। फाइनल वोटिंग प्रतिशत अभी नहीं आया है। सीटों के हिसाब से यह सबसे बड़ा फेज है।
दो राज्यों पश्चिम बंगाल और मणिपुर में वोटिंग के दौरान हिंसा की भी हुई। इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में विधानसभा चुनाव के लिए भी वोट डाले गए। अरुणाचल प्रदेश में 64% और सिक्किम में 68% लोगों ने राज्य में सरकार बनाने के लिए वोट डाले।
2019 में हुए लोकसभा चुनाव के फर्स्ट फेज में 91 सीटों पर 69.43% वोटिंग हुई थी। 2019 में इन 102 लोकसभा सीटों पर भाजपा ने 40, DMK ने 24, कांग्रेस ने 15 सीटें जीती थीं। अन्य को 23 सीटें मिली थीं। इस फेज में अधिकतर सीटों पर मुकाबला इन्हीं 3 दलों के बीच है।
पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में भाजपा और TMC कार्यकर्ताओं के बीच पथराव: तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि कूचबिहार के तूफानगंज में भाजपा कार्यकर्ताओं ने पोलिंग बूथ पर हिंसा की। तृणमूल एजेंट्स से मारपीट की गई है, इसमें कई घायल हैं। TMC ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता हथियारों के साथ बूथ के सामने खड़े होकर मतदाताओं को डरा रहे हैं। इस इलाके में गुरुवार रात भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने हिंसा की और तृणमूल के अस्थाई दफ्तर में आगजनी की। TMC ने भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की है। भाजपा ने भी तृणमूल के कार्यकर्ताओं पर हिंसा का आरोप लगाया है।
इम्फाल में उपद्रवियों ने EVM जलाई, तोड़फोड़ भी हुई: मणिपुर के पूर्वी इम्फाल जिले के मोइरंगकंपू में चुनाव के दौरान आगजनी की घटना सामने आई है। यहां उपद्रवियों ने EVM मशीन को जला दिया। जिले के खुरई लाईखुटलेंबी में गुस्साए लोगों ने EVM मशीन में तोड़फोड़ कर दी। इन लोगों का आरोप था कि हथियारबंद बदमाशों ने उनका वोट डाल दिया। वोटिंग के दौरान मणिपुर के बिष्णुपुर में भी फायरिंग हुई। मणिपुर की दो लोकसभा सीटों (मणिपुर इनर और मणिपुर आउटर) पर इस फेज में वोटिंग हुई। हिंसा को देखते हुए आउटर सीट के कुछ हिस्सों में 26 अप्रैल को भी वोटिंग होगी।
नगालैंड के 6 जिलों में वोटिंग जीरो
नगालैंड के 6 जिलों में लगभग 0% वोटिंग हुई है। ये जिले हैं- मोन, लॉन्गलेंग, तुएनसान्ग, नोकलाक, शामाटोर और किफिरे। ये सभी पूर्वी नगालैंड में आते हैं। ईस्टर्न नगालैंड पीपुल्स ऑर्गेनाइजेशन इन जिलों के लिए अलग प्रशासन और पहले से अधिक वित्तीय स्वंत्रता की मांग कर रहा है। इस संगठन ने इन जिलों के लोगों से चुनाव का बहिष्कार करने की अपील की थी।