रायबरेली: कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में इन दिनों प्रियंका गांधी वाड्रा की गुमशुदगी के पोस्टर लोगों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। अमेठी में गोल चौराहा रतापुर, खीरो, सिमरी समेत कई प्रमुख सडकों और चौराहों पर लगे पोस्टरों में दर्शाया गया है कि हरचंदपुर रेल हादसा ऊंचाहार में हुए दुर्घटनाओं में पांच लोगों की मौत और रालपुर में डूबी नाव में बच्चों की हुई मौत के बाद भी गांधी परिवार ने रायबरेली का रुख नहीं किया है जबकि चुनाव के दौरान यही गांधी परिवार बड़े-बड़े दावे के साथ हक जताता है कि रायबरेली हमारा परिवार है।
हादसों के बाद यहां की याद क्यों नहीं आई
पोस्टर में सवाल उठाए गए हैं कि यदि उनका परिवार रायबरेली का है तो इन तमाम हादसों के बाद आखिरकार सांसद सोनिया गांधी की पुत्री प्रियंका गांधी जो चुनाव के दौरान रायबरेली की बागडोर संभालती हैं, उन्हें इन हादसों के बाद यहां की याद क्यों नहीं आई है। गौरतलब है कि कुछ रोज पहले इसी तरह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की गुमशुदगी के पोस्टर उनके संसदीय क्षेत्र अमेठी में दिखाई दिए थे। फिलहाल लापता प्रियंका के पोस्टर शहर के कई कोनों में चिपके देखे जा रहे हैं जिसे लेकर तमाम तरह की चर्चाएं की जा रही हैं। कुछ लोग इसे आगामी चुनाव को लेकर राजनीति कह रहे हैं।
प्रियंका गांधी वाड्रा रायबरेली से चुनाव लड़ सकती है
पोस्टर में निवेदक आदि किसी का नाम नहीं दर्शाया गया है। गौरतलब है कि पिछले दिनों केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपनी सांसद निधि से रायबरेली के विकास के लिए 2.5 करोड़ रुपये दिये थे जिसकी पहली किस्त जिले में आ चुकी है और उससे विकास कार्य भी शुरू करा दिए गए हैं। इसे लेकर पहले भी राजनैतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। उधर, श्रीमती गांधी अस्वस्थ होने के कारण काफी दिनों से जिले के दौरे पर नही आयी है जिसको लेकर यहां कयास लगाये जा रहे है कि 2019 के लोकसभा के चुनाव में प्रियंका गांधी वाड्रा रायबरेली से चुनाव लड़ सकती है।
जनता केंद्र सरकार के झूठे वादों से परेशान
पोस्टर को लेकर पार्टी के जिला अध्यक्ष वी के शुक्ला ने पत्रकारों से कहा कि अरुण जेटली को साढ़ चार साल रायबरेली की याद नहीं आयी और जब चुनाव आ गए हैं तो इन लोगों को यहाँ की याद आयी है। पिछले चुनाव में भी एक बाहरी उम्मीदवार अजय अग्रवाल को यहाँ से भाजपा ने चुनाव लड़या था और मोदी लहर की बात कहकर बड़ बड़ दावे किए गए थे लेकिन जनता ने सारे दावो की हवा निकल दी थी। यदि अरुण जेटली में हिम्मत है तो रायबरेली से चुनाव लड़ कर देख ले यहाँ की जनता उनकी जमानत जब्त करा देगी।
उन्होने कहा कि जनता केंद्र सरकार के झूठे वादों से परेशान हैं। मंहगाई भ्रष्टाचार चरम पर है जब अरुण जेटली मोदी लहर में जो जनता को गुमराह करके योजना बनाई गई थी उसमें पंजाब से बुरी तरह हार गए थे। यह रायबरेली है यहाँ की जनता और गांधी परिवार के बीच में प्यार व परिवारिक रिश्ता कायम है