सौरभ अरोरा, भोपाल: मध्य प्रदेश में उपचुनावों को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस बीच राज्य में भारतीय जनता पार्टी इकाई ने चुनाव आयोग से पूर्व मध्य प्रदेश के सीएम और कांग्रेस नेता कमलनाथ की शिकायत की है। मध्यप्रदेश में विधानसभा उपचुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं और इसमें चुनावी भाषण के दौरान नेताओं की जुबान भी फिसली रही है। ऐसा ही कमलनाथ के साथ हुआ है।
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ डबरा विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। जहां उन्होंने भाषण देते हुए जुबान को गंदा किया। उन्होंने बात कहते हुए कैबिनेट मंत्री इमरती देवी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की। कमलनाथ ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रत्याशी एवं कैबिनेट मंत्री इमरती देवी को गलत नाम से पुकारा था। कमलनाथ ने इमरती देवी के बारे में कहा कि आप तो उसे मुझसे ज्यादा पहचानते हैं, आपको मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था।
अब इसको लेकर मध्यप्रदेश की भाजपा इकाई ने राज्य के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता कमलनाथ के खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत की है। बता दें कि इमरती देवी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुई हैं।
वहीं, हाल ही में कांग्रेस पार्टी ने मध्य प्रदेश में विधान सभा के लिए आगामी उपचुनाव के लिए अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया था। इस दौरान पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और पार्टी के बाकी नेता भी मौजूद रहे। घोषणापत्र जारी करते हुए कमलनाथ ने कहा था कि विधानसभा चुनाव 2018 के लिए वचनपत्र बनाया गया, जिसमें 974 वचन दिए गए। हालांकि, हमारी सरकार महज 15 महीने ही रही। इस कार्यकाल के दौरान ढाई महीने आचार संहिता और एक महीना सौदेबाजी में ही निकल गया। हमने तब भी अपने वचनों में से 574 वचन पूरे किए। उन्होंने आगे कहा था कि हमें राज्य से कोई माफी नहीं मांगनी है। हमारे काम की गवाह जनता है। सरकार में रहते हुए हमने किसानों का कर्ज माफ किया। इतना ही नहीं हमने उपभोक्ताओं को 100 रुपये में बिजली भी दी।