नई दिल्ली: आज पीएम मोदी ने कहा कि साल 2022 या उससे पहले ही, भारतीय वैज्ञानिकों ने मानवसहित गगनयान लेकर अंतरिक्ष में तिरंगे के साथ जाने का संकल्प लिया है। हम मानव सहित गगनयान लेकर जाएंगे और यह गगनयान जब अंतरिक्ष में जाएगा और कोई हिंदुस्तानी इसे लेकर जाएगा, तब अंतरिक्ष में मानव को पहुंचाने वाले हम विश्व के चौथे देश बन जाएंगे। पीएम मोदी ने कहा कि, हमने सपना देखा है कि 2022 में आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर या उससे पहले भारत की कोई संतान, चाहे बेटा हो या बेटी, वह अंतरिक्ष में जाएगा। हाथ में तिरंगा लेकर जाएगा। आजादी के 75 साल पूरे होने से पहले इस सपने को पूरा करना है।
प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी: भारत कैसा दिखता है?
स्क्वाड्रन लीडर राकेश शर्मा: सारे जहाँ से अच्छा।Former Prime Minister Indira Gandhi speaks to India's first astronaut, Squadron Leader Rakesh Sharma in space.#IndependenceDayIndia pic.twitter.com/oq4ZEdWzev
— History of Congress (@INCHistory) August 15, 2018
राकेश शर्मा भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री रहे हैं। वे 2 अप्रैल 1984 को अंतरिक्ष में गए थे, लेकिन उनकी यह यात्रा सोवियत रॉकेट सोयूज टी-11 के जरिए हुई थी। जब वह अंतरिक्ष में थे, तब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने वीडियो कॉलिंग के ज़रिये उनसे बात की थी, जिसका वीडियो कांग्रेस ने ट्विटर पर अपलोड किया है। राकेश शर्मा जब अंतरिक्ष में थे तो तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उनसे पूछा अंतरिक्ष से अपना देश कैसा दिखता है? उन्होंने जवाब दिया, ‘सारे जहां से अच्छा।
इंदिरा गांधी ने राकेश शर्मा से पूछा, अंतरिक्ष में भेजने से पहले आपको जो कड़ी ट्रेनिंग दी गई, वह कितनी ज़रूरी थी, जिसके जवाब में राकेश शर्मा कहते हैं, जो ट्रेनिंग दी गई थी, वह बेहद ज़रूरी थी, और उसी की बदौलत हम सब यहां सुरक्षित डॉकिंग कर पाए हैं। अंतरिक्ष से लौटने पर भारत सरकार ने शांतिकाल के दौरान दिए जाने वाले सर्वोच्च शौर्य पुरस्कार अशोक चक्र से उन्हें सम्मानित किया।