फरहान डार, श्रीनगर, ब्यूरो: दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में नागनाड़ चिम्मर इलाके में आज सुबह सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच एक मुठभेड़ हुई, मुठभेड़ में तीन आतंकी मारे गए हैं। सेना के तीन जवान भी जख्मी हुए हैं अन्य विवरण प्रतीक्षारत है। जम्मू- कश्मीर पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने बताया कुलगाम मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकियों में एक जैश ए मोहम्मद का पाकिस्तानी कमांडर भी है। यह पाकिस्तानी आतंकी आईईडी विशेषज्ञ था और बीते 2 माह के दौरान चार बार मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों की चंगुल से बच निकलने में कामयाब रहा था।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आज तड़के पुलिस को सूचना मिली थी कि आतंकियों का एक दल नागनाड़, चिम्मर में एक जगह अपने किसी संपर्क सूत्र से मिलने आया है। सूचना मिलत ही पुलिस ने सेना की 9 आरआर और सीआरपीएफ के साथ मिलकर आतंकियों को पकड़ने के लिए एक अभियान चलाया।सुबह पांच बजे के करीब जवानाें ने घेराबंदी शुरु की। जवानों ने तलाशी लेते हुए जैसे आगे बढ़ने का प्रयास किया, एक जगह छिपे आतंकियों ने उन पर फायरिंग शुरु कर दी। जवानों ने भी अपनी पोजीशन ली और जवाबी फायर किया।
सुरक्षाबलों ने आतंकियों के भागने के सभी रास्ते बंद करते हुए उन्हें कई बार सरेंडर के लिए कहा। लेकिन आतंकियाें ने फायरिंग जारी रखी। आतंकियाें को सरेंडर करने के बजाय लगातार फायरिंग करते देख जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई तेज कर दी। जवानों के एक दस्ते ने आगे बढ़ आतंकियाें को उनके ठिकाने में ही मार गिराने का प्रयास किया। यह दस्ता सीधे आतंकियों की फायरिंग रेंज में आ गया और दस्ते में शामिल तीन जवान गोली लगने से जख्मी हो गए। लेेकिन जवाबी कार्रवाई करते हुए उन्होंने दो आतंकियों को मार गिराया। इस बीच, अन्य जवानों ने अपने घायल साथियों को वहां से हटाते हुए जिंदा बचे आतंकियों को मार गिराने का अभियान जारी रखा।सुबह पौने आठ बजे तक दो आतंकी मारे गए थे। तीनों घायल सुरक्षाकर्मियों को उपचार के लिए श्रीनगर स्थित सेना के 92 बेस अस्पताल पहुंचाया गया है।
मौके पर मौजूद अधिकारियों ने बताया कि जिंदा बचा एक अन्य आतंकी अगले 40 मिनट में मारा गिराया गया। आतंकियों की तरफ से फायरिंग के पूरी तरह बंद होने के बाद जवानों ने सावधानीपूर्वक आगे बढ़ते हुए मुठभेड़स्थल की तलाशी ली। सुरक्षाबलाें ने मारे गए आतंकियों के शव और उनके हथियार भी अपने कब्जे में ले लिए हैं। मारे गए आतंकियों की तत्काल पहचान नहीं हो पायी है, लेकिन तीनों जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी बताए जा रहे हैं।