ब्यूरो रिपोर्ट,कानपुर : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में अपराध इस क़दर बढ़ गये हैं कि आम लोगों को छोड़ ही दीजिये, अब किन्नर समाज भी दुखी है। दरअसल बीते कुछ दिनों पहले यूपी के कानपुर में हुआ लैब टेक्निशियन संजीत यादव का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गई थी, जिस पर काफी बवाल मचा था। संजीत यादव मामले में चौकी इंचार्ज, थानेदार, एसपी से लगाकर एसएसपी तक को सस्पेंड कर दिया गया। संजीत अपहरण और हत्या मामले में इन अधिकारियों की लचर रवैये के चलते कार्रवाई की गई। संजीत यादव मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि एमपी के एक ज्योतिषी का अपहरण कर लिया जाता है। इस अपहरण में एक भाजपा नेता का नाम सामने आया था, जिसमे एक करोङ रुपये की रंगदारी मांगी गई थी। इस मामले के तुरंत बाद कानपुर देहात के भोगनीपुर में ही ब्रजेश पाल का अपहरण कर लिया गया। 20 लाख की रंगदारी मांगी गई। रंगदारी न मिलने पर अपहरणकर्ताओं ने ब्रजेश की हत्या कर दी और लाश को पास के ही एक कुएं में फेंक दिया गया।
कानपुर में संजीत यादव अपहरण और हत्याकांड में परिजनों को पुलिस के खुलासे और जांच पर भरोसा नहीं है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने खुद को बचाने के लिए फर्जी खुलासा किया है। शनिवार को पूछताछ के लिए घर पहुंचे एडीजी पीएचक्यू बीपी जोगदंड से संजीत के पिता चमन सिंह और बहन रुचि ने भी सीबीआई जांच की मांग की है। वहीं पिता चमन सिंह यादव का आरोप है कि 13 जुलाई को फिरौती की रकम जाने के बाद जब पुलिस पर अधिकारियों और मीडिया का दबाव बना तो फर्जी खुलासा कर दिया। उन्होंने कहा कि बेटे के पास बैग, पर्स, बाइक, कपड़े और मोबाइल था। पुलिस ने इनमें से एक भी वस्तु उन्हें नहीं दिखाई है। कहा कि जब तक बेटे का शव नहीं देख लेते तब तक खुलासे पर भरोसा नहीं।
अपराध दर अपराध के बाद बेखौफ अपराधी व हाथ पर हाथ धरे पुलिस के रवैये से विपक्ष तो हमलावर है ही, किन्नर समाज भी आक्रोशित है। किन्नर समाज परिवार को सांत्वना देने पहुंचा। किन्नरों ने संजीत की मां को 20 हजार की आर्थिक मदद भी दी। किन्नर सोनम यादव ने कहा कि अगर पीड़ित परिवार को न्याय न मिला तो 5000 किन्नर विधानसभा का घेराव करेंगे। किन्नरों ने अपने ही अंदाज में पीड़ित परिवार के बीच पहुंचकर योगी सरकार के खिलाफ हमला बोला। किन्नर समाज की सोनम यादव ने योगी को चेतावनी देते हुए पीड़ितों को न्याय दिलाने को कहा। साथ ही कहा कि यदि आदित्यनाथ से कुर्सी नहीं संभल रही तो गद्दी छोड़ दें। हमे मौका देकर देखें कैसे संभलता है उत्तर प्रदेश।