मोगा: स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले पंजाब के मोगा जिले के प्रशासनिक भवन में कुछ असामाजिक तत्वों ने खलिस्तान का झंडा फहरा दिया। सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। पुलिस ने दोनों के खिलाफ जानकारी देने वालों को 50 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।
मोगा के मल्टि स्टोरी प्रशासनिक भवन में दो अज्ञात युवक आए और केसरी रंग का झंडा फहराया, जिसपर खंडा (सिख आस्था का प्रतीक) बना हुआ था। निकलने से पहले दोनों ने राष्ट्रीय ध्वज का अपमान भी किया। पुलिस के अनुसार सीसीटीवी में दोनों आरोपी युवक कैद हो गए हैं। आरोपियों ने चाकू से तिरंगे झंडे की रस्सी काटी और फिर खलिस्तानी झंडा फहरा दिया। संतरी ने हल्ला मचाया, जिसके बाद से वे भाग निकले।
आरोपियों की तलाश
इसी प्रशासनिक भवन के पहले फ्लोर पर डेप्युटी कमिश्नर का ऑफिस भी है। तीन दिन पहले ही खलिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) ने 15 अगस्त को लालकिले पर खलिस्तानी झंडा फहराने वाले को एक लाख 25 हजार डॉलर की रकम देने का ऐलान किया था। मोगा के एसएसपी हरमनबीर सिंह गिल ने बताया कि मामले में केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है।
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पुलिस को दोनों असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने युवाओं से अपील की है कि वे आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू और उसके सिख फॉर जस्टिस (SFJ) जैसे भारत विरोधी दुष्प्रचार से प्रभावित ना हों। उन्होंने कहा कि पंजाब की शांति को भंग करने के किसी प्रयास से सख्ती से निपटा जाएगा।