नई दिल्ली: मोदी सरकार ने एससी-एसटी एक्ट पर विधेयक तो ले आयी है, मगर इसको लेकर सवर्णों ने अपना व्यापक विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। एससी/एसटी एक्ट को लेकर लाये गये अध्यादेश के खिलाफ गुरुवार को अखंड राष्ट्रवादी पार्टी ने जंतर मंतर पर व्यापक विरोध प्रदर्शन किया। अखंड राष्ट्रवादी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राष्ट्रीय चाणक्य जितेंद्र शर्मा ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार सवर्णों के साथ बेरुखा व्यवहार कर रही है।
अखंड राष्ट्रवादी पार्टी किसी के साथ भी अन्याय नहीं होने देगी
राष्ट्रीय चाणक्य जितेंद्र शर्मा ने मोदी सरकार को घेरे में लेते हुए कहा कि मोदी सरकार चाहे जो कर ले लेकिन अखंड राष्ट्रवादी पार्टी किसी के साथ भी अन्याय नहीं होने देगी। देश में किसी के साथ अन्याय नहीं किया जा सकता है चाहे वह किसी भी जाति समुदाय या धर्म का हो। सवर्णों के साथ इस सौतेलेपन पर अस आने वाले चुनावों में बीजेपी को दिखेगा।
क्या है पूरा मामला
केंद्र सरकार ने अनुसूचित जाति एवं जनजाति विधेयक, 2018 को मंजूरी दे दी है। इसके तहत 1989 के विधेयक में कुछ सुधार किये जाने हैं. यह सारा मामला 20 मार्च, 2018 को सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले से जुड़ा है. जिसके बाद देशभर में खलबली मच गई थी। यह फैसला था अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचारों की रोकथाम) अधिनियम, 1989 (SC/ST Act, 1989) पर इस फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने इस एक्ट के तहत अपने आप होने वाली गिरफ्तारियों पर रोक लगा दी थी। FIR के बाद गिरफ्तारी से पहले प्राथमिक जांच का प्रावधान कर दिया था। SC ने यह भी कहा था कि अग्रिम जमानत पर कोई रोक नहीं होगी। इसके बाद देशभर में दलित समुदाय भड़क गये और आंदोलन होने लगे थे. दलित समुदायों का कहना था, ‘इस फैसले ने हाशिये पर रहे समुदायों की अपराध और भेदभाव से सुरक्षा के कानून को हल्का कर दिया है.’