अजय सिंह, इंदौर: गोकुलदास अस्पताल में रात को स्वास्थ्य विभाग की टीम के पहुंचने के बाद अस्पताल के दस्तावेज कब्जे में लिए गए। जांच में पाया गया कि गुरुवार को चार की जगह छह मौत हुई है। इसकी पुष्टि सीएमएचओ ने भी की है। शुक्रवार सुबह से ही अस्पताल में भर्ती 13 मरीजों को अन्य अस्पतालों में भेजना शुरू किया गया। दोपहर तक सभी को शिफ्ट कर स्टाफ को भी छुट्टी दे दी गई। साथ ही अस्पताल में नए मरीजों को भर्ती करने पर भी रोक लगाई गई है।
शिफ्ट किए गए मरीजों में अस्पताल का नर्सिंग स्टाफ भी शामिल है। गोकुलदास अस्पताल में गुरुवार को छह घंटे में छह मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने जांच शुरू कर दी है। पहले चार मौत की जानकारी सामने आई थी। जिसके बाद यह संख्या बढ़कर छह हो चुकी है। इनमें से तीन मरीज अन्य बीमारियों के भर्ती थे वहीं अन्य तीन कोरोना संदिग्ध बताए जा रहे हैं। शुक्रवार को कलेक्टर ने अस्पताल का लाइसेंस निरस्त करने का नोटिस दिया।
वहीं स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल सील करने की कार्रवाई शुरू की है। गोकुलदास अस्पताल को कोरोना पॉजिटिव मरीजों को भर्ती करने रेड जोन में लाने के बाद से ही इसके खिलाफ लगातार शिकायत मिल रही थी। 15 दिन पहले यहां की चार नर्स कोरोना पाजिटिव आई थीं। जो इलाज के बाद स्वस्थ हो गईं। इसके बाद नर्सों के फिर से पॉजिटिव होने की जानकारी सामने आई है। अस्पताल सील करने से पहले अन्य मरीजों के साथ ही इन्हें भी अरबिंदो अस्पताल व अन्य अस्पताल में भेजा गया है।
मंदसौर कलेक्टर ने भी लिखा पत्र
मंदसौर की एक महिला मरीज को लेकर उसके स्वजन अस्पताल पहुंचे थे। उसे गोकुलदास अस्पताल में यह कहते हुए भर्ती नहीं किया गया कि बिस्तर उपलब्ध नहीं हैं। सभी बिस्तरों पर मरीज हैं। जब उन्होंने पता किया तो वहां लगभग 17 मरीज ही भर्ती थे। उसके बाद उन्होंने मंदसौर कलेक्टर से इसकी शिकायत की। वहां से एक पत्र सीएमएचओ के पास पहुंचा है।