मुंबई ब्यूरो: राकांपा सुप्रीमों शरद पवार ने सुशांत मामले की सीबीआइ से जांच कराने का विरोध नहीं करने की बात कही है। हालांकि उन्होंने मामले की जांच कर रही मुंबई पुलिस पर भी भरोसा जताया है। उन्होंने बुधवार को कहा कि मैंने पिछले 50 वर्षों से महाराष्ट्र और मुंबई पुलिस को देखा है। मुझे मुंबई पुलिस पर भरोसा है। मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता कि दूसरे लोगों ने मुंबई पुलिस पर क्या आरोप लगाए हैं। यदि किसी को लगता है कि CBI या किसी अन्य एजेंसी को मामले की जांच करनी चाहिए, तो मैं इसका विरोध नहीं करूंगा।
कांग्रेस नेता संजय निरूपम के बयान के बाद आए राकांपा प्रमुख की इस प्रतिक्रिया से शिवसेना को करारा झटका लगा है जो मामले की सीबीआइ जांच का विरोध कर रही है। बीते दिनों शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा था कि सुशांत सिंह मामले में सीबीआइ ने यदि केस दर्ज किया है तो यह उनकी मजबूरी है। बिहार सरकार ने सिफारिश की जबकि उसका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं था। ये मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है, जैसा है। एफआइआर मुंबई में दर्ज है और मुंबई पुलिस मामले की जांच कर रही है। राउत ने यह भी कहा था कि सुशांत के अपने पिता से रिश्ते अच्छे नहीं थे।
मामले में सियासी उठापटक के बीच सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह ने नौ पन्नों का एक पत्र जारी कर धमकी दिए जाने की बात कही है। इस बीच सुशांत के चचेरे भाई ने शिवसेना नेता संजय राउत से विवादित टिप्पणी के लिए माफी मांगने की बात कही है। राउत ने सुशांत के पिता के दूसरे विवाह के बारे में बयान दिया है जिसे लेकर परिजनों ने सख्त आपत्ति जताई है। सुशांत मामले में ईडी भी वित्तीय लेनदेन में हेराफेरी को लेकर जांच कर रही है। ईडी रिया समेत अब तक कई लोगों से इस बारे में पूछताछ भी कर चुकी है।