गोरखनाथ मंदिर गेट पर रविवार शाम को हुई घटना के बाद से पुलिस के साथ ही खुफिया एजेंसियां चौकन्ना हो गई है। हमलावर का पता चलते ही अब्बासी नर्सिंग होम पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। एसएसपी के साथ पहुंचे एसपी सिटी व एटीएस की टीम ने देर रात तक स्वजन से मोहम्मद मुर्तजा अब्बासी के बारे में पूछताछ की। फोरेंसिक, साइबर व सर्विलांस के एक्सपर्ट घटनास्थल पर बैग में मिले लैपटाप, मुर्तजा के मोबाइल को कब्जे में लेकर छानबीन कर रहे हैं। अधिकारी जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होने का दावा कर हैं।
सुरक्षाकर्मियों पर हमले की खबर मिलते ही डीआइजी, एसएसपी के साथ ही शहर के सभी सीओ व थानेदार गोरखनाथ मंदिर पहुंच गए। पकड़े गए हमलावर के जेब की तलाशी लेने पर मोबाइल फोन, आधार, पैन कार्ड व एयर टिकट मिला। कुछ देर बाद ही गेट पर काले रंग का लावारिस बैग मिला। बम स्क्वाड की टीम ने बैग को कब्जे में लेने के साथ ही सुरक्षित तरीके से खोला तो उसमें लैपटाप व दांव (धारदार हथियार) मिला। जिसे सुरक्षित तरीके से पुलिस ने कब्जे में ले लिया। पहले यह अटकलबाजी लगाई जाती रही कि बैग किसी दूसरे व्यक्ति का है जो मुर्तजा के पकड़े जाने पर छोड़कर भागा है। छानबीन के बाद स्पष्ट हुआ कि बैग में मिला लैपटाप मुर्तजा अब्बासी का है। एटीएस के साथ ही क्राइम ब्रांच व सर्विलांस की टीम मोबाइल व लैपटाप को कब्जे में लेकर छानबीन कर रही है।
जिनसे हुई बात होगी पूछताछ
फोन पर मुर्तजा की जिनसे बात हुई है पुलिस के साथ ही एटीएस व खुफिया एजेंसियों की टीम बात करेंगी। देर रात कब्जे में लिए गए मोबाइल नंबर का काल डिटेल मंगा लिया गया। घटना से पहले किन-किन लोगों से मुर्तजा की बात हुई पुलिस इसके बारे में जानकारी साझा करने से बचती रही।
ऐसी है गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था : वर्तमान में गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था में एक एएसपी, एक सीओ, एक इंस्पेक्टर, दो कंपनी एक प्लांटून पीएसी, 135 कांस्टेबल, 140 होमगाडऱ् सहित कुल छह सौ पुलिसकर्मी सुरक्षा में लगे हैं। एलआइयू के साथ ही डाग व बम स्क्वाड की टीम भी मंदिर के सामने गेट पर मुस्तैद रहती है।