रायपुर: बिहार में बच्चियों के साथ दरिंदगी की खबरों से पूरा देश बैचेन था कि भाजपा शासित छत्तीसगढ़ राज्य के बाल गृहों से भी बच्चियों के गायब होने की खबरों ने सबकी पेशानी पर बल ला दिया है। बालिका गृह का निरीक्षण करने पहुंची राज्य बाल आयोग की अध्यक्ष प्रभा दुबे ने इस पर चिंता जाहिर की। हालांकि, उन्होंने बच्चियों के गायब होने की संख्या बताने में असमर्थता जाहिर कर दी। उन्होंने कहा कि रिकार्ड में कई बच्चियों की गुमशुदगी दर्ज है।
अध्यक्षा महोदया को नहीं पता कितनी बच्चियां गुमशुदा
न्होंने कहा कि बच्चों की गुमशुदगी और बाल गृह के छोड़कर जाने के मामले चिंतनीय है। उनसे पूछा गया कि प्रदेश में बाल गृह के कितने बच्चे गुमशुदा हैं तो उन्होंने कहा कि आंकड़े बिना देखे बता पाना संभव नहीं है। बिहार और उत्तर प्रदेश के बालिका गृहों में हुई घटना को देखते हुए प्रदेश की बाल आयोग अध्यक्ष दुबे ने सोमवार को रायपुर स्थित बालिका आश्रय गृह का निरीक्षण किया। आश्रय गृह में रह रही बालिकाओं से मुलाकात कर उनका हाल चाल जाना। इस दौरान उन्होंने संस्था के प्रभारी को बालिका आश्रय गृह में सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था करने निर्देश दिए।
उन्होने कहा कि इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। भविष्य में इस तरह की घटना दुबारा हुई तो संस्था की मान्यता समाप्त करने की अनुशंसा की जाएगी । निरीक्षण के दौरान भवन में बालिकाओं के रहने, खानपान, शिक्षा, मनोरंजन आदि की उचित व्यवस्था करने का निर्देश दिया है।