तिरुवनंतपुरम : केरल में बुधवार को भी भारी बारिश के बाद 14 जिलों में 12 में रेड अलर्ट घोषित कर दिया गया है। राज्य की संस्थाओं के साथ-साथ आर्मी, नौसेना, वायुसेना, कोस्ट गार्ड और NDRF की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। मुख्यमंत्री पिनरई विजयन लगातार केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संपर्क में हैं और राहत और बचाव की कोशिशें लगातार जारी हैं। बाढ़ और बारिश से जुड़े हादसों में मरने वालों की तादाद बढ़कर 79 पहुंच गई है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए राज्य के कई जिलों में रेड अलर्ट घोषित किया गया है। वहीं कोच्चि एयरपोर्ट को 26 अगस्त तक के लिए बंद कर दिया गया है।
सात जिलों में टीमें तैनात
एनडीआरएफ के महानिदेशक संजय कुमार ने कहा, ‘हमने सात जिलों में टीमें तैनात की हैं। 14 टीमें पहले से काम कर रही हैं और आज हम 12 टीमें और भेज रहे हैं, अगर जरूरत पड़ी तो और टीमें भेजेंगे। हम राज्य की संस्थाओं के साथ मिलकर लोगों को बचाने, उन्हें निकालने और उन्हें राहत पहुंचाने का काम कर रहे हैं।’ सुप्रीम कोर्ट ने मुल्लापेरियार डैम में बढ़ते जलस्तर के चलते हाई पावर कमिटी को कहा है कि वह शुक्रवार को एक मीटिंग करे। सुप्रीम कोर्ट ने राज्य और केंद्र सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि बाढ़ गंभीर है, इसपर केंद्र और राज्य सरकार विरोधात्मक रवैया न अपनाएं।
4000 परिवार राहत शिविर में
पेरियार नदी के पास से करीब 4000 परिवारों को राहत शिविरों में ले जाया जा चुका है। उधर, एर्नाकुलम में 17,974 लोगों को 117 राहत शिविरों में ले जाया गया। कोस्ट गार्ड ने एर्नाकुलम में शुक्रवार को हेलिकॉप्टर की मदद से बचाव कार्य किया। अब तक त्रिशूर, अलुवा और पेरुंबवूर से अब तक कोस्ट गार्ड ने 132 लोगों को बचाया।
कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम ने भारी बारिश के चलते बेंगलुरु से केरल को जानेवाली सभी (33 शेड्यूल, जिसमें 31 प्रीमियम और दो एक्सप्रेस शामिल हैं) बस सेवाएं रद्द कर दी हैं। केरल राज्य परिवहन निगम ने भी लैंडस्लाइड और बाढ़ के चलते केरल और बेंगलुरु के बीच सभी सेवाएं रोक दी हैं।
12 जिले बुरी तरह प्रभावित
बाढ़ के हालात पर बात करते हुए केंद्रीय पर्यटन मंत्री केजे अल्फोंस ने कहा, ‘केरल के 12 जिले बुरी तरह प्रभावित हैं। 1924 से अब तक की सबसे भयंकर बाढ़ है। मैं प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और रक्षा मंत्री से कल मिला था। सेना, नौसेना, वायुसेना, कोस्ट गार्ड और NDRF राहत और बचाव कार्य में लगे हैं। जलस्तर के बढ़ने की आशंका है।’