नई दिल्ली: रक्षा मंत्री निर्मल सीतारमण की अध्यक्षता में रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) ने अमेरिका से 1 अरब डॉलर में ‘नेशनल एडवांस्ड सर्फेस-टू-एयर मिसाइल सिस्टम-2’ (NASAMS-II) को अधिग्रहण करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। धीरे-धीरे भारत अपनी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को सैन्य और 9/11 जैसे आतंकी हमलों से अभेद्य बनाने बनाने के लिए कार्य कर रहा है। जिससे उसपर एयरक्राफ्ट, मिसाइल या ड्रोन से हमला ना किया जा सके। इसके लिए जारी प्रयासों के तहत राजधानी को रक्षा कवच से लैस करने की भी तैयारी है। पुरानी वायु रक्षा प्रणाली को बदलकर इस नई व्यवस्था को लागू किया जाएगा। इसके अलावा वीआईपी नो फ्लाई जोन और गलत इरादे से आने वाले विमानों को गिराने की व्यवस्था को रीकन्फिगर किया जाएगा।
अमेरिका से एक अरब डॉलर में खरीदा जाएगा
सूत्रों के अनुसार रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता वाली रक्षा अधिग्रहण परिषद ने नेशनल एडवांस सर्फेस-टू एयर-मिसाइल सिस्टम-2 के अधिग्रहण वाले प्रस्ताव की आवश्यकता को मंजूरी दे दी है। अमेरिका से इस सिस्टम को एक अरब डॉलर में खरीदा जाएगा। इसके साथ ही पूरा दिल्ली क्षेत्र रक्षा प्रणाली योजना के तहत नई दिल्ली में वीआईपी-89 क्षेत्र के दोबारा गठन पर भी बातचीत जारी है। इसमें राष्ट्रपति भवन, संसद, नॉर्थ और साउथ ब्लॉक जैसे राष्ट्रीय महत्व वाले प्रतिष्ठान शामिल हैं।
निर्णय लेने के समय को कम किया जाएगा
सूत्रों ने बताया कि इसके अलावा निर्णय लेने के समय को कम किया जाएगा ताकि उन विमानों को उड़ाया जा सके जिन्हें हाईजैक कर लिया गया है या फिर मिसाइल के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। नेशनल एडवांस सर्फेस-टू-एयर मिसाइल प्रणाली में तीन दिशाओं वाले सेंटिनल रडार, शॉर्ट और मीडियम रेंज मिसाइलें, लॉन्चर्स, फायर डिस्ट्रिब्यूशन सेंटर्स और कमांड ऐंड कंट्रोल यूनिट्स शामिल होंगे।