नई दिल्ली: उत्तरी दिल्ली नगर निगम के वजीराबाद स्थित निगम प्राथमिक विद्यालय (दूसरी पाली) में अपनी परेशानी को कम करने के लिए स्कूल के विद्यार्थियों को धर्म के आधार पर बांट दिया है। इसके चलते बच्चों में न केवल एक दूसरे धर्म के प्रति हीन भावना आ रही है वहीं अभिभावक भी परेशान हो गए हैैं। हालांकि निगम के संज्ञान में मामला आने के बाद स्कूल के प्रधानाचार्य को प्राथमिक जांच में दोषी पाए जाने के बाद निलंबित कर दिया है।
निगम की एक टीम ने पूरी स्थिति का जायजा लिया
इतना ही नहीं निगम की एक टीम ने स्कूल का दौरा कर बच्चों से भी बातचीत कर पूरी स्थिति का जायजा लिया है। जांच टीम ने स्कूल से बच्चों की हाजिरी के रजिस्टर और जरूरी कागजात जब्त किए हैं। प्रधानाचार्य चंद्रभान सिंह सहरावत ने स्वीकार किया कि उन्होंने बच्चों के अलग सेक्शन बनाए हैं, लेकिन इसके पीछे कोई धार्मिक आधार नहीं है।
प्रिंसिपल को जुर्माने के साथ निलंबित किया गया
उत्तरी दिल्ली नगर निगम महापौर आदेश गुप्ता ने कहा कि बृहस्पतिवार सुबह तक रिपोर्ट आ जाएगी। फिलहाल, प्रिंसिपल को जुर्माने के साथ निलंबित किया गया है। इसमें प्रोमोशन और इंक्रीमेंट नहीं होंगे। गुप्ता ने कहा कि धर्म के आधार पर किसी को बांटा नहीं जा सकता। यदि स्कूल में बच्चों के विचारों में भिन्नता आ रही है, तो उसे दूर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर इस तरह की घटना कहीं घटी है तो दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
स्कूल के शिक्षकों ने भी जताई थी आपत्ति
स्कूल के प्रिंसीपल द्वारा कक्षाओं का बंटवारा धर्म के आधार पर करने को लेकर स्कूल के शिक्षकों ने भी आपत्ति जताई थी। सूत्रों के मुताबिक निगम की प्राथमिक बात में यह बात सामने आई है। शिक्षकों की आपत्ति जाहिर करने के बाद प्रिंसीपल ने किसी भी बात को स्वीकार नहीं किया था। जबकि उन्होंने खुद कहा था कि यह उनके काम करने का तरीका है। हालांकि शिक्षिकों ने इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से नहीं की थी, जिसकी वजह से इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाई।
दिल्ली बाल संरक्षण आयोग ने मामले को स्वत: संज्ञान लिया
घटना के सामने के बाद दिल्ली बाल संरक्षण आयोग ने इस मामले को स्वत: संज्ञान लिया है। इसके बाद आयोग द्वारा धर्म के आधार पर बच्चों बैठाने को लेकर आपत्ति जाहिर करते हुए सभी धर्मों के बच्चों को एक साथ बैठाने के निर्देश दिए हैैं। इतना ही नहीं इस मामले की जांच के लिए एक समिति का गठन भी किया है। आयोग ने बच्चों की काउंसलिंग कराने का भी फैसला लिया है।
पहली कक्षा के सेक्शन ए में 36 हिंदू हैं विद्यार्थी , सेक्शन बी में 36 मुस्लिम हैं। दूसरी कक्षा के सेक्शन ए में 47 हिंदू विद्यार्थी हैं। सेक्शन बी में 26 मुस्लिम और 15 हिंदू हैं। सेक्शन सी में 40 मुस्लिम। तीसरी कक्षा के सेक्शन ए में 40 हिंदू हैं। सेक्शन बी में 23 हिन्दू और 11 मुस्लिम। सेक्शन सी में 40 मुस्लिम। सेक्शन डी में 14 हिंदू और 23 मस्लिम। चौथी कक्षा के सेक्शन ए में 40 हिंदू, सेक्शन बी में 19 हिंदू और 13 मुस्लिम। सेक्शन सी में 35 मुस्लिम सेक्शन डी में 11 हिन्दू और 24 मुस्लिम। पांचवी कक्षा के सेक्शन ए में 45 हिंदू, सेक्शन बी में 49 हिंदू, सेक्शन सी में 39 मुस्लिम और 2 हिन्दू। सेक्शन डी में 47 मुस्लिम छात्र हैं।
MHRD ने NDMC प्रशासन से पूरे मामले को लेकर मांगी रिपोर्ट