आशीष विक्रम, वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के छात्रसंघ चुनाव में आरएसएस के छात्र संगठन एबीवीपी का सूपड़ा साफ हो गया है। काशी विद्यापीठ छात्र संघ के प्रतिष्ठित चुनाव में एबीवीपी को बड़ा झटका देते हुए एनएसयूआई के पैनल ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। एनएसयूआई ने उपाध्यक्ष, महामंत्री समेत 8 में से 6 संकाय प्रतिनिधि पद पर कब्जा किया है।
मंगलवार को संपन्न हुए महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के छात्रसंघ चुनावों के परिणाम आज घोषित किये गए। नतीजों में एनएसयूआई ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए उपाध्यक्ष महामंत्री और छह संकाय प्रतिनिधि के पदों पर जीत हासिल की। उपाध्यक्ष पद पर संदीप पाल 1269 मतों से विजयी घोषित हुए, जबकि महामंत्री के पद पर प्रफुल्ल पाण्डेय 801 मतों से विजयी घोषित हुए।
इस ऐतिहासित जीत की जानकारी देते हुए एनएसयूआई ने बताया कि महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी में एनएसयूआई की उपाध्यक्ष पद पर 1269 वोट और महामंत्री पद पर 801 वोट से जोरदार जीत। प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस के छात्र-छात्राओं ने सांप्रदायिक ताकतों को जवाब देते हुए बता दिया कि अब युवा जुमलेबाजी और छलावे में नहीं आएगा।
छात्रसंघ चुनाव में शानदार प्रदर्शन के बाद एनएसयूआई पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रभारी अविनाश यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र में एनएसयूआई की बड़ी जीत छात्रों के भीतर रोजगार और शिक्षा की खराब गुणवत्ता पर गुस्से का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि छात्रों ने एबीवीपी की गुंडागर्दी को नकार कर एनएसयूआई का साथ दिया है, हम उनकी आवाज़ को और मजबूत करेंगे और आने वाले चुनावों में सभी पदों पर जीत दर्ज करेंगे।”