Saleem Mirza, Mumbai: आर्यन खान को जमानत न मिलने के पीछे उसकी वॉट्सऐप चैट सबसे अहम सबूत बनी है। मुंबई की स्पेशल NDPS कोर्ट ने माना है कि आर्यन लंबे समय से अवैध ड्रग एक्टिविटी में शामिल था। चैट से यह भी पता चलता है कि आर्यन के ड्रग पैडलर्स और सप्लायर के साथ ताल्लुकात हैं।
मुंबई की स्पेशन NDPS कोर्ट ने बुधवार को आर्यन के साथ अरबाज मर्चेंट और मुनमुन धमीचा को भी जमानत देने से इनकार कर दिया। स्पेशल जज वीवी पाटिल ने अपने ऑर्डर में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की इस दलील को माना कि भले ही आरोपी का पिछला इतिहास नहीं रहा है, लेकिन उसकी वॉट्सऐप चैट से पता चलता है कि वह लंबे अरसे से अवैध ड्रग एक्टिविटी में शामिल है।
आर्यन को ड्रग्स की पूरी जानकारी थी
कोर्ट ने कहा कि भले ही आर्यन के पास कोई अवैध ड्रग नहीं मिला, लेकिन अरबाज मर्चेट के पास से 6 ग्राम चरस मिला था। हालात को देखने से पता चलता है कि आर्यन को अरबाज के पास ड्रग्स होने की पूरी जानकारी थी। जजमेंट में बताया गया है कि आर्यन और अरबाज दोनों लंबे समय से दोस्त हैं। दोनों इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल पर साथ ही आए थे। दोनों ने बयान दिया है कि वे अपने उपयोग और आनंद के लिए यह अवैध ड्रग्स साथ लेकर आए थे। आर्यन को यह भी पता था कि अरबाज ने अपने जूतों में ड्रग्स छिपाई है।
जमानत मिली तो फिर ड्रग्स ले सकता है
कोर्ट ने कहा कि आर्यन जमानत पर रिहा होने के बाद इस तरह की एक्टिविटी फिर नहीं करेगा, यह मानने की कोई वजह नहीं है। यानी, जमानत पर बाहर आने के बाद वह फिर से ड्रग्स लेना शुरू कर सकता है।
कोर्ट ने माना- साजिश रची गई थी
जजमेंट में बताया गया है कि 3 अक्टूबर को NCB ने ड्रग्स की सूचना पर क्रूज में चल रही पार्टी पर छापा मारा था। इसी दौरान आर्यन समेत 7 लोगो को गिरफ्तार किया गया था। इनमें से कुछ लोगों से अवैध ड्रग्स की बरामदगी की गई थी। पूछताछ में आरोपियों ने यह भी बताया था कि उन्हें ड्रग्स किसने सप्लाई की है। यह सब देखने से पता चलता है कि सबने साथ मिलकर साजिश रची थी। सेक्शन 29 के मुताबिक इसे साजिश करार दिया जा सकता है।